फर्रुखाबाद: श्री राम कथा के प्रवचन को आज एक सप्ताह का समय बीत गया है| कथा में आज जो दिखा वह शायद ही कंही दिखा हो| श्री राम कथा का रस पान कराते-कराते रामभद्राचार्य इतने भाव विभोर हो गये की उनकी आँखों से भक्ति रस की धारा आंसू बन कर वह चली| यह नजारा देखने के लिए पंडाल में मौजूद हजारो लोग टकटकी लगाये स्वामी रामभद्राचार्य को देख रहे थे और भक्ति रस की गंगा में गोते लगा रहे थे|
श्री रामचरित मानस की चौपाईयो को गाते-गाते अचानक उनकी आँखों से आंसू निकल पड़े लगा रुंध गया | थोड़ी देर के लिए तो यह लगा की मानो जैसे अभी कुछ ही छड़ो में श्री राम कथा प्रांगण में प्रगट हो जायेगे| भक्ति का प्रभु श्री राम के प्रति इतना स्नेह पहली बार जनपद में देखने को मिला|
स्वामी रामभद्राचार्य जी ने श्री राम के वन गबन के बाद वन में उनकी दिनचर्या के साथ साथ कई महत्व पूर्ण बिन्दुओ पर श्रोताओ का ध्यानाप्नी ओर खीच लिया| मंडल में भी बड़ी संख्या में संत नजर आये| कथा विराम के समय तक मंडल में लोगो का आना जारी रहा| रविवार को बड़े पैमाने पर भीड़ उमड़ने की सम्भावना जताई जा रही है| जिसके लिए आयोजन समिति ने पुख्ता व्यवस्था की है|
इस दौरान अबधेश दीक्षित, अनिल त्रिपाठी, सुरेन्द्र पाण्डेय, राजेश पाठक, अरुण प्रकाश तिवारी( ददुआ), निधी दुबे, ज्ञानेश गौड़ मौजूद रहे| वही गंगा मइया स्वछता एवं दीपदान आयोजन समिति के सत्यव्रत पाण्डेय व उनके सहयोगियों ने श्रधालुओ की चरण पादुको को व्यवस्थित रखने की व्यवस्था देखी|
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