फर्रुखाबाद: जिले में तीन दर्जन के लगभग नई ग्राम पंचायतों के गठन की उम्मीद है| जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय को नई ग्राम पंचायतों के गठन के लिए 266 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं| जिनमे से 30% प्रस्ताव ही सही पाए गये| इन्ही प्रस्तावों के आधार पर नई ग्राम पंचायतों के गठन की कार्रवाई शुरू हो गई है| 70 % प्रस्ताव नियमानुसार सही नहीं पाए गए| जिनके निरस्त होने की उम्मीद है| इस बार भी जिले की सबसे बड़ी सिरौली व पिपरगांव ग्राम पंचायतों में किसी प्रकार के फेरबदल की गुंजाइश नहीं है|
वर्ष 1994 में ग्राम पंचायत परिसीमन के दौरान 1000 से कम जनसँख्या वाले राजस्व ग्रामों को पास की अधिक जनसँख्या वाले राजस्व ग्राम पंचायत में शामिल कर दिया गया था| अब ऐसे कई राजस्व ग्रामों की जनसँख्या 1000 से अधिक हो चुकी है| पंचायत राज विभाग की ओर से चल रहे ग्राम पंचायत पुनर्गठन कार्यक्रम में ऐसे ही राजस्व ग्रामो को नई ग्राम पंचायत गठित किया जाना है जिनकी वर्ष 2011 की जनगड़ना में जनसँख्या 1000 से अधिक हो चुकी है| ऐसी ही ग्राम पंचायतों के गठन के लिए शासन से प्रस्ताव मांगे गए थे| जिले में नई ग्राम पंचायतों के गठन के लिए 266 प्रस्ताव भजे गए| जिनमे 30% के लगभग ही प्रस्ताव सही पाए गए हैं| 70% प्रस्ताव एक राजस्व ग्राम में ही नई ग्राम पंचायत के गठन से सम्बंधित हैं| जबकि ग्राम पंचायत पुनर्गठन में किसी राजस्व ग्राम को तोड़कर नई ग्राम पंचायत बनाने का प्रावधान नहीं है| कई प्रस्ताव दोहरे क्रम में भी हैं, जो अलग अलग स्तर पर दिए गए हैं| इस तरह के सभी प्रस्तावों के निरस्त होने की पूरी उम्मीद है| राजस्व ग्रामों से संबधित लगभग तीन दर्जन प्रस्तावों के आधार पर जिला पंचायत राज विभाग ने नई ग्राम पंचायतों के गठन को लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है| सूत्रों से मिली जानकारी के उनुसार बढपुर ब्लॉक में 4, नबावगंज में 4, मोहम्मदाबाद में 6, कायमगंज में 6, कमालगंज में 8, राजेपुर में 5 और शमशाबाद में 3 नई ग्राम पंचायतों के गठन की उम्मीद है|