फर्रुखाबाद: सत्र परीक्षाये छोड़ कर बेसिक शिक्षा कार्यालय में अपने प्रमोशन के लिए धरना देने गये शिक्षक नेताओ में जमकर गाली-गलौज हो गया| एक ही संगठन ने शिक्षक नेताओ के आपस में भिड जाने से जमकर किरकिरी हो गयी| मामला गरमाता देख मौके का फायदा भी अफसरों ने उठाया और बीच बचाव कर मजे लिए| खुद बेसिक शिक्षा अधिकारी को बीच बचाव करना पड़ा|
प्राथमिक शिक्षक संघ के नेता अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए आये दिन अधिकारियो के सामने ज्ञापन लेकर विद्यालय समय में खड़े दिखायी पड़ते है| यही कुछ नजारा आज गुरुवार को बेसिक शिक्षा कार्यालय में प्राथमिक शिक्षक संघ के क्रमिक अनशन में देखने को मिला| दरअसल जब प्रमोशन की मांग को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विजय बहादुर यादव व उन्ही के संगठन में कायमगंज के व्लाक अध्यक्ष आरेंद्र यादव आपस में भिड गये और दोनों ओर से वेद (पुलिसिया अंदाज में) वाक्यों कई बौछार हो गयी|
आरेंद्र यादव ने बताया की प्रमोशन के लिए मै गतदिनों जिलाधिकारी से मिला था| उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी योगराज सिंह को कार्यवाही के आदेश दिये थे| लेकिन आज क्रमिक अनशन के दौरान मै बीएसए से मिलने चला गया उन्होंने सचिव से फोन पर बात कराने की बात कही| यह जानकारी जब विजय बहादुर यादव को मिली तो वह भडक उठे और उन्होंने गाली-गलौज शुरु कर दिया और क्रमिक अनशन पर बैठे शिक्षक साथियों के साथ भी अभद्रता कर दी| जिस पर मामला बिगड़ गया|
वही गाली गलौज के दौरान दोनों शिक्षक नेताओ में डंडे तन गये| कार्यालय के सामने शिक्षको की भारी भीड़ लग गयी| मामले को बढ़ता देख बेसिक शिक्षा अधिकारी योगराज अपने कमरे से बाहर दौड़ कर आये और भिड रहे शिक्षक नेताओ में बीच बचाव कराया| इस बीच दोनों नेताओ ने एक दूसरे को देख लेने की धमकी भी दी| वही विजय बहादुर से फोन पर बात करने का प्रयास किया गया लेकिन बात नही हों सकी|
वही राष्ट्रीय शैक्षिक माह संघ के जिलाध्यक्ष संजय तिवारी ने बताया की इस तरह की नेता गिरी से शिक्षको की समाज में छवि घूमिल होती है| शिक्षक नेताओ को चाहिए की वह नेतागिरी के साथ साथ अपने कर्तव्यों और मर्यादा का भी ध्यान में रखे| उन्हें पहले सत्र परीक्षा करानी चाहिए थी| आखिर शिक्षक समाज का दिशादर्शी होता है|