टोक्यो: जापान के दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने टोक्यो में कारोबारियों के समारोह में जापान और भारत के रिश्तों को मजबूत बनाने की बात कही। पीएम ने कहा कि भारत और जापान के रिश्ते बहुत पुराने हैं। उन्होंने कहा कि जापान से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। मोदी ने कहा कि पहले वो गुजरात के सीएम के तौर पर जापान आए थे और अब भारत के पीएम के तौर पर यहां आए हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि देश की बागडोर संभालने के साथ ही उन्होंने जापान की कार्यशैली पीएमओ में लागू की। 100 दिन की सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता गुड गवर्नेंस है। दोनों देशों के बीच कारोबारी रिश्तों को बढ़ाने का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि एक गुजराती होने के नाते व्यवसाय और पैसा उनके खून में है।
दोनों देशों के बीच हर क्षेत्र में सहयोग की वकालत करते हुए पीएम ने कहा कि 21वीं सदी एशिया की सदी है और इसका भविष्य भारत और जापान ही मिलकर तय करेंगे। पीएम ने ऊर्जा, पर्यावरण, रिसर्च के क्षेत्र में जापान से सहयोग की अपील की। मोदी ने कहा कि विस्तारवाद नहीं विकासवाद के साथ दोनों देश आगे बढ़ेंगे।
आज द्विपक्षीय सुरक्षा और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए पीएम की जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे से वार्ता होगी। आज ही कई समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे। दोनों प्रधानमंत्री एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे। टोक्यो में अकासका महल में मोदी के सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया जाएगा।
मोदी जापान के कई मंत्रियों से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद दोपहर 3 बजे के बाद मोदी के सम्मान में महाभोज का आयोजन किया जाएगा। अब से कुछ देर पहले ही टोक्यो में मोदी ने तेईमेई एलीमेंट्री स्कूल का दौरा किया। जहां उन्होंने स्कूल में एक प्रेजेंटेशन को देखा। इसके बाद मोदी ने जापान के विदेश मंत्री फुमियो किशिदा और वाणिज्य मंत्री मोतेगी से भी मुलाकात की।