संवेदनशील मामले में अफसरी झाड़ने में पिटते पिटते बचे एसडीएम

Uncategorized

फर्रुखाबाद: बबना में हुए तिहरे हत्याकांड में पुलिस और प्रशासन को जनता के साथ सामजस्य बनाने में पसीने छूट गए| डीएम के बाहर होने पर एडीएम मनोज सिंघल ने मोर्चा संभाला हुआ था| इसी बीच कायमगंज एसडीएम प्रह्लाद सिंह की बात जनता को चुभ गयी और आक्रोशित जनता की और से अभर्द्र भाषा के साथ मारो …..को की आवाजे गूंजने लगी| किसी तरह सीओ मोहम्दाबाद और एडीएम ने एसडीएम को जनता के बीच से बाहर निकाला|
SDM-PRAHLAD-SINGH
तिहरे हत्याकांड में मौके पर ही हुई दो मौतों की लाश ग्रामीण उठाने नहीं दे रहे थे| ग्रामीण मांग कर रहे थे की उन्हें स्थानीय पुलिस और प्रशासन पर भरोसा नहीं है लिहाजा डीआईजी या डीजीपी को मौके पर बुलाया जाए| दूसरी तरफ किसी तरह एडीएम ग्रामीणो से वार्ता करते हुए मामले को सुलटाने में लगे हुए थे| इसी बीच ष्टानिया एसडीएम कैमगंज प्रह्लाद सिंह आ गए| प्रह्लाद सिंह ने ग्रामीणो से वार्ता शुरू ही की थी की इसी बीच तल्खी बढ़ गयी| पहले तो ग्रामीणो ने एसडीएम को रामेश्वर यादव और कल्लू यादव का आदमी बताते हुए वार्ता करने से इंकार कर दिया| इसी बीच ग्रामीणो ने धमकी देनी शुरू कर दी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो वे गाव छोड़ कर चले जायेंगे| इस पर प्रह्लाद सिंह ने कह दिया कि गाव कोई नहीं छोड़ कर चला जाता है| मैं भी एसडीएम हूँ| ग्रामीण प्रह्लाद सिंह के इस लहजे से भड़क गए| फिर तो जमकर गली गलौच और मारो मारो का शोर शुरू हो गया| किसी तरह मौके पर मौजूद सीओ मोहम्दाबाद योगेश कुमार और एडीएम मनोज सिंघल ने ग्रामीणो के आक्रोश से एस डी एम प्रह्लाद सिंह को बचाया| [bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]