पुलिस की लापरवाही से हुआ फर्रुखाबाद में तिहरा हत्याकांड

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ASP-AT-BABNAफर्रुखाबाद: नवाबगंज थाने के अंतर्गत गांव बबना में हुए तिहरे हत्याकांड के पीछे पुलिस घोर की लापरवाही सामने आयी है। ग्रामीणों के विरोध करने के बावजूद 6 दिन पहले ही पीएसी हटा ली गई थी। पुलिस की गश्त भी नहीं हो रही थी, जबकि पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुंवरपाल की हत्या के बाद से बदला लिये जाने की धमकियां लगातार मिल रही थीं।

हिस्ट्रीशीटर और दबंग पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुंवरपाल सिंह यादव की हत्या के बाद 11 जुलाई को ही गांव बबना में पीएसी तैनात कर दी गई थी। कुंवरपाल के भाइयों के खिलाफ भी पुलिस रिकार्ड में दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज होने की शिकायत की गई थी। ग्रामीणो द्वारा गांव में किसी भी दिन हमला होने की आशंका व्यक्त की जा रही थी इसके बाबजूद 15 अगस्त को गांव से पीएसी हटा ली गई थी|

इतना ही नहीं संवेदनशील होने के बाबजूद नवाबगंज थाने से भी पुलिस पिकेट नहीं लगाई गई। इसका ग्रामीणों ने विरोध भी किया था। पूर्व सरपंच सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों से पीएसी न हटाने की मांग की थी। उन्होंने इस संबंध में पूर्व सांसद चंद्रभूषण सिंह मुन्नू बाबू व रिटायर्ड आईएएस राजीव कुमार सिंह से भी अधिकारियों से बात करने को कहा था। अधिकारियों ने एक नहीं सुनी। थाना पुलिस भी गश्त करने नहीं आती थी। इसी के परिणामस्वरूप तीन लोगों की जान चली गई। जबकि गोली लगने से घायल एक वृद्ध मौत से संघर्ष कर रहा है। [bannergarden id=”8″] [bannergarden id=”11″]