फर्रुखाबाद: मऊदरवाजा थाना क्षेत्र की रायपुर चौकी के निकट बने आश्राम पर बीती रात कब्जे का प्रयास किया गया| जिसके चलते दबंगो ने आश्राम का नवनिर्मित गेट भी उखड दिया| जिसके बाद हिन्दू महासभा की मौके पर पंहुची पुलिस से तीखी नोकझोक हुई| बाद में प्रशासनिक अधिकारियो के पंहुचने पर मामले को शांत किया जा सका| वही गेट तोड़ने के विरोध में किन्नरों ने अपने कपडे उतार कर भी प्रदर्शन किया|
जसमई दरवाजे के निकट बजरिया रोड पर रामजानकी मंदिर है| जिसमे बीती रात कब्जे का प्रयास किया गया| मन्दिर के महंत राघवदास ने बताया की बीती रात तकरीवन ११:30 बजे रामशंकर पुत्र हंसराम निवासी तर्क ललैया कायमगंज अपने साथी डॉ ताहिर सिदकी व अन्य अज्ञात साथीयो के साथ आये और मंदिर का गेट तोड़ दिया| कुछ समय के बाद वह गेट तोड़कर चले गये| जानकारी होने पर हिन्दूमहा सभा के जिलाध्यक्ष मुकेश वाथम, नगर मंत्री मानू वर्मा, राजेश मिश्रा, गोली मिश्रा आदि लोग पंहुच गये और दबंगो द्वारा तोडा गया आश्राम का गेट दोबारा लगबाना शुरु कर दिया| इस बीच रायपुर चौकी प्रभारी जगमोहन भदौरिया मंदिर में पंहुचे और उन्होंने गेट ना लगाने की बात कही जिस पर संगठन के लोग भड़क गये और उन्होंने दरोगा को खरीखोटी सुना दी| दरोगा ने मामले की सूचना थानाध्यक्ष राघवन सिंह को दी| जिस पर थानाध्यक्ष राघवन सिंह के साथ ही हिन्दू महासभा के लोग भीड़ गये| पुलिस की मौजूदगी में संगठन ने मंदिर का टुटा गेट पुन: लगा दिया|
महासभा के साथ आये किन्नर ने अपने कपड़े उतार कर प्रदर्शन किया| कुछ समय के बाद उपजिलाधिकारी सदर लवकुश त्रिपाठी मौके पर पंहुचे और मन्दिर के मुख्य महंत बाबा राघव दास से बातचीत की| एसडीएम ने बताया की महंत राघव दास की बात सुनकर उन्हे आने बाली 11 अगस्त को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिये गये है|
नगर मजिस्ट्रेट श्रीनिवास तिवारी ने बताया की फ़िलहाल यथास्थित जैसी है वैसी ही वनी रहेगी| मौके पर पुलिस तैनात कर दी गयी है| वही आरोपी पक्ष ने कोर्ट से मन्दिर को लेकर इस्टे ले रखा है| फिलाहल महंत राघव दास ने आरोपी रामशंकर के खिलाफ आश्रम पर कब्ज़ा किये जाने को लेकर तहरीर दी|
,वही हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष राघव दत्त मिश्रा, क्षेत्राधिकारी नगर योगेन्द्र कुमार सिंह, शहर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक हरीश चन्द्र आदि भी मौके पर पंहुचे|
चार माह पूर्व भी हो चूका है मन्दिर पर कब्जे का प्रयास ………………….
बीते चार माह पूर्व आठ अप्रैल 2014 को मन्दिर के ही पूर्व महंत बजरंग दास ने कब्जे का प्रयास एक छात्र नेता को साथ लेकर किया था| लेकिन उसकी दाल नही गल चुकी|