स्वास्थ्य विभाग की टीम और नर्सिंग होम संचालको में फिर हुई भिड़ंत

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Dr A K Guptaफर्रुखाबाद: देर शाम नगर क्षेत्र के बढ़पुर में सत्यम नर्सिंग होम में जो दृश्य देखने को मिला उसका लुफ्त वहां मौजूद जनता ने खूब उठाया| बिना लाइसेंस रिनोवाल कराये, बगैर मानको को पूरा करे कई साल से फतेहगढ़ फर्रुखाबाद मुख्य मार्ग पर जो नर्सिंग होम चल रहा था अचानक वो अमानक कैसे हो गया इस बात पर जरा गहराई से सोचने की जरुरत है| कितने ईमानदार और कर्तव्य परायण है स्वास्थ्य विभाग के मुखिया और उनके कर्मचारी ये भी किसी से छिपा नहीं| फिर भी सार्वजानिक तौर पर सबसे इज्जतदार पेशे वाले लोगो के खूब कपडे उतरे सत्यम नर्सिंग होम में| डॉ राजवीर की अगुआई वाले दल की डॉ एके गुप्ता ने खूब फजीहत की| अब ऊपरी कमाई के लालच में रिश्वत के बोझ तले दबे स्वास्थ्य विभाग के लोग अपमान का घूट पीकर शांत हो जायेंगे या फिर गली नुक्कड़ों पर कुकरमुत्तों की तरह जमते किसी साइकिल के पंचर जोड़ने की दूकान की तरह खुले नर्सिंग होम बंद कराएँगे ये देखने वाली बात होगी|

शनिवार देर शाम स्वास्थ्य विभाग के कर्मी ऋषि गोपाल तिवारी डॉ राजवीर के साथ सत्यम नर्सिंग होम में जाँच करने पहुंचे| जाँच के दौरान वहां मौजूद डॉ गुप्ता से टीम की भिड़ंत हो गयी| ऋषि गोपाल तिवारी के अनुसार डॉ ए के गुप्ता के नाम पर नगर के एक दर्जन नर्सिंग होम संचालित हो रहे है| बीते दिन मसेनी स्थित गायत्री नर्सिंग में छापे के दौरान भी टीम को बंधक बना लिया गया था| नर्सिंग होम संचालक डॉ अरविन्द ने टीम पर अवैध वसूली का आरोप लगाया| वहीँ नर्सिंग होम संचालक के विरुद्ध थाने में सरकारी कार्य में बाधा पहुचाने का मुकदमा कर्मचारियों की और से लिखाया गया| डॉ ए के गुप्ता का बोर्ड वहां भी लगा था|

ऋषि गोपाल ने आरोप लगाया कि डॉ ए के गुप्ता और उनकी बहु योगमाया पुरवार अशिक्षित लोगो के माध्यम से अवैध नर्सिंग होम संचालित करने का धंधा नगर में चला रहे है| इस पर डॉ गुप्ता ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को आड़े हाथो लेते हुए कहा कि उन्हें सब मालूम है कौन कितने पैसे महीने के लेता है| वे भी इसी विभाग में वर्षो डॉक्टर रहे है| एक एक सीट बिकी हुई है| फिलहाल दोनों पक्षों में जमकर झड़प हुई|

ऋषि गोपाल तिवारी ने बताया कि मामले की पूरी जानकारी सी एम ओ को दे दी गयी है| कल रविवार को बढ़पुर स्थित पशु चिकित्सालय पर कर्मचारियों की बैठक बुलाई गयी है| बैठक में सत्यम नर्सिंग होम के विरुद्ध मुकदमा लिखाने का फैसला किया जायेगा|

ऋषि गोपाल तिवारी ने बताया कि इन सभी नर्सिंग होम की लाइसेंस का रिनोवाल नहीं हुआ है| तीन महीने से लंबित नवीनीकरण अपने आप में बड़ा सवाल खड़ा करता है| क्या सौदा नहीं पट पाया? और अगर ये वैध है तो नवीनीकरण क्यों नहीं किया?

सबसे बड़ा सवाल-
नगर के बड़े बड़े नर्सिंग होम जो की नामी गिरामी है उनकी भी कमियां दिखा कर नवीनीकरण रोक दिया गया था| खबर है कि लम्बे समय तक रिनोवाल रोके जाने के बाद उन्हें नवीनीकरण का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया| जो कमिया थी वे तो पूरी नहीं हुई थी| मानक भी वैसे के वैसे ही रहे| फिर आखिर वो कौन सी और कितने की संजीवनी ब्यूटी स्वास्थ्य विभाग को सूंघने को मिली जो एक झटके में सब सही हो गया| खबर है कि मालपानी का इंतजाम उन्होंने भी किया जो रिनोवाल के लिए रिश्वत ने देने का SMS चला रहे थे| और अपील कर रहे थे कि कोई रिश्वत मांगे तो उन्हें बताये|
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