फर्रुखाबाद: बैसे तो जनपद में बालू खनन पूरी तरह बंद है यह पुलिस का कहना है लेकिन यह सब पर्दे के सामने देखने को मिलता है| पर्दे के पीछे की हकीकत कुछ और है| सबेरा होने से पहले सिपाही सदा वर्दी में सडको पर खड़े देखे जाते है| सूरज की पहली किरण से पहले जब तक लोग अपने घरो से बाहर निकलते है तब तक सिपाहियों की जेबे गर्म हो जाती है| वही थानेदार को पांच लाख रूपये की मासिक बसूली बालू माफिया घर बैठे भेज देते है| यह हाल है थाना मऊदरवाजे का जंहा जियो और जीने दो को निति पुलिस अपना रही है|
थाना क्षेत्र में बालू का एक बहुत बड़ा कारोबार है जिसमे कई दर्जन बालू के ट्रेक्टर व बुग्गी सुबह होने से पहले बालू खनन कर निकल लेते है वह जिस भी चौकी व थाने के सामने से निकलते है वह खड़ा आदमी अपने-अपने अंदाज में बसूली करते है| मऊदरवाजे के भरोसे मंद पुलिस सूत्र के अनुसार थानेदार के कब्जे में तकरीवन 25 ट्रेक्टर है जिसमे पहले के साहब पांच हजार रूपये की बसूली करते थे नये साहब 20 हजार रुपये प्रति ट्रेक्टर बसूली करते है|
वही सुबह होने से पहले टाउनहाल से शमशाबाद मार्ग पर सादे कपड़ो में सिपाही खड़े होकर आने वाली बुग्गियो से 200 रूपये की बसूली करते है| लेकिन मजाल है की वह बालू भरी ट्राली को रोक ले| क्योंकी इसका ठेका थाने के बड़े साहब के पास है| विदित हो की बड़े पैमाने पर बालू खनन होकर टाउनहाल मार्ग से शहर की तरफ बिक्री के लिए लाया जाता है| सूत्र की बात पर अगर भरोसा ना करे तो फिर बड़े पैमाने पर बालू थाना क्षेत्र से निकलती कैसे है| क्या इसकी जानकारी थानाध्यक्ष को नही|
यह तो इस थाने की बात हो गयी वही शहर कोतवाली का भी बालू खनन माफियाओ के साथ मिलीभगत कर खूब जेबे ग्राम की जाती है| घटियाघाट चौकी की कमाई भी अकेले हजारो रूपये रोज की है|
शनिवार को सुबह-सुबह सिटी मजिस्ट्रेट श्रीनिवास ने लिंजीगंज में झापा मार कर कई बालू की बुग्गी पकड़ी कुछ गाड़ी बाले गाड़ी छोड़ कर भाग गये अब यह कौन बताये की क्या यह बालू आज ही आयी थी यह तो रोज ही निकलती है|
नगर मजिस्ट्रेट ने बताया की इस सम्बन्ध में सम्बन्धित पुलिस कर्मियों की जाँच कराकर कार्यवाही की जाएगी|