फर्रुखाबाद: बीते एक सप्ताह पूर्व रजीपुर में सर्राफा व्यापरी से बाइक सबार बदमाशो ने लूट की घटना को अंजाम दिया था| जिस पर पुलिस ने माल सहित तीन आरोपियो को गिरफ्तार किया है| जिसमे एक दरोगा का पुत्र बताया गया है| घटना को अंजाम देने बाले दो आरोपी अभी भी फरार है| गिरफ्तार किये गये आरोपी तीन दिन से पुलिस की हिरासत में थे|
थाना कमालगंज क्षेत्र के ग्राम रजीपुर ज्र्रारी मार्ग पर सर्राफा व्यापारी धर्मेन्द्र पुत्र ओमप्रकाश निवासी नितगंजा दक्षिण इंडिगो कार से दुकान जा रहे थे| कार उनका चालक बाबू खान निवासी तिकोना चौकी चला रहा था| वह अपनी कार से जैसे ही रजीपुर स्थित दुकान के पास उतरे और झोला जमीन पर रखने के बाद दुकान का ताला खोलने लगे| तभी काले रंग की पैशन प्रो बाइक से तीन बदमाशो ने अचानक झोला अपने कब्जे में ले लिया और फरार हो गये| इसी दौरान बदमाशो को भागते देख रजीपुर में एक साईकिल मिस्त्री ने बदमाशो पर साईकिल रिम चला दिया जिस पर बदमाशो ने उस पर गोली भी चला दी थी वह बाल बाल बच गया| बदमाशो की गाड़ी पर पुलिस लिखा था| उन्होंने कुछ दुरी पर जा कर अपनी मोटरसाईकिल की नंबर प्लेट फेक दी जिस पर यूपी 75 के 7371 लिखा था| रजीपुर से कुछ दुरी पर सदरियापुर के निकट एक सफेद रंग की इंडिका कार खड़ी थी जंहा पंहुच कर बदमाशो ने अपनी मोटरसाईकिल छोड़ दी और कार पर सबार होकर भाग गये| बाइक मैनपुरी की निकली थी|
पुलिस की जांचपड़ताल कई दिनों से कई जनपदों में चल रही थी| मिली बाइक मैनपुरी की होने के कारण पुलिस को अपराधियों के मैनपुरी में होने का शक हुआ सर्विलांस के माध्यम से पुलिस ने मैनपुरी के फतेहगढ़ी निवासी आदेश कुमार यादव पुत्र रामेश्वर यादव, अनिल यादव पुत्र रमेश सिंह निवासी विलसढा, संजीव कुमार यादव उर्फ़ टिंकू पुत्र रविश चन्द्र यादव निवासी घुटारा को पुलिस ने बीते दिन वाहन चेकिंग के दौरान गिरफ्तार दिखाया है| पुलिस अधीक्षक कृपा शंकर ने घटना का खुलासा किया |आरोपियों के पास से दो तमंचे व पांच कारतूस भी मिले है| बरामद किये गये माल में 120 ग्राम सोना, दो किलो 910 ग्राम चांदी व बाइक को बरामद किया है|
पुलिस सूत्रों के अनुसार पकड़ा गया आरोपी संजीव यादव के पिता रवीश चन्द्र यादव मेरठ में तैनात है और उसका भाई भी पुलिस में बताया गया है| फ़िलहाल दो आरोपी अभी भी फरार है|
सर्राफ के करीबी ने बनाया था घटना का खाका————
पुलिस अधीक्षक कृपा शंकर ने बताया की घटना को अंजाम देने में सर्राफ धर्मेन्द्र के एक करीबी दुकानदार का हाथ है जिसने चार दिन तक आरोपियों को रेकी करायी थी| आरोपी एक ही स्कूल में पढ़े थे जिससे वह एक दुसरे से भली भांति परिचित थे| घटना वाले दिन आरोपी दो वाइको से आये थे| लेकिन कार किसकी थी और कार पर कौन सबार था इस बात को पुलिस ने कही भी नही बताया|
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पत्रकार वार्ता मेंअपर पुलिस अधीक्षक, स्वाट टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित, थानाध्यक्ष कमालगंज यतेन्द्र यादव,