डीएम् के आदेश को तक पर रख राशन माफिया कर रहे करोड़ो का खेल

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dsoफर्रुखाबाद:(कमालगंज) एक अकेला चना भड नही फोड़ सकता यह कहावत जिलाधिकारी पर बिलकुल सटीक बैठती है| उनके लाख सुधारो के बाद भी जनपद में व्यवस्था सुधरने का नाम नही ले रही है| जनपद के प्रशासनिक अधिकारियो पर तो बिल्कुल भी उनके आदेशो का फर्क दिखायी नही देता| जिसके चलते राशन वितरण में धाधली का खेल जारी है| और राशन माफियाओ के साथ नियुक्त बिपरण अधिकारी जाम से जाम टकराकर जनपद में करोड़ो रूपये के इस खेल कर रहे है| आदेश केबल कागजो में ही चल रहा है| जेएनआई की टीम ने इस आदेश का सर्वे किया तो
दरअसल कोटेदारो के माध्यम से ग्रामीणों को राशन ना देने व कम देने की शिकायत जिलाधिकारी नरेन्द्र कुमार से ग्राम ईशापुर में चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने की थी|rashan 63जिस पर जिलाधिकारी ने तत्काल जिलापूर्ति अधिकारी हिमांशु को आदेश जारी किये थे की सभी राशन की दुकानों पंहुच कर यह चेक करेगा की जिलाधिकरी के माध्यम से बारदानो पर पड़ने वाला कोड पड़ा है या नही उसके बाद ही राशन का वितरण किया जायेगा| लेकिन जिलाधिकारी के आदेश का पालन जिलापूर्ति अधिकारी को करना था| आदेशका ह्बाला देकर राशन माफियाओ से औने-पौने दाम बसूले गये| और राशन वितरण पूर्व की भांति ही किया गया| कही-कही तो राशन वितरण की तिथि होने के बाद भी राशन का वितरण तक नही किया गया|
जेएनआई की टीम ने राशन कोटेदारो पर पंहुच कर जायजा लिया तो पता चला की जिलाधिकरी के आदेश के बाद तो स्थित और खराब हो गयी| राशन कोटेदार अपनी दुकानों पर राशन वितरण कर रहे थे लेकिन उनके बारदाने पर जिलाधिकारी द्वारा जारी किया गया कोड नही डाला गया था| पूछेजाने पर कोटेदार बोले विपरण अधिकारी को खर्चा दे देगे और हस्ताक्षर करा लेगे|
जेएनआई टीम ने कमालगंज क्षेत्र के ग्राम गदनपुर देवराजपुर के कोटेदार उधन सिंह के कोटे की जाँच की तो पता चला सुबह आठ बजकर तीस मिनट पर राशन बांटा जा रहा था और बिपरण अधिकारी भी मौके पर मौजूद नही था| वारदाने पर कोड भी नही डाला गया था| कोटेदार उधन सिंह ने बताया की विपरण अधिकारी अभी नही आये है उनके आने पर खर्चा उन्हें दे दिया जायेगा और वः क्या करेगे यह तो हम वर्षो से कर रहे है|
वही ग्राम जीरागौर के कोटेदार सगीरुल हसन की दुकान पर भी नौ बजकर पांच मिनट पर कोई भी अधिकारी मौजूद नही था और बिना कोड पड़े बारदाने में भरा राशन बांटा जा रहा था| ग्राम रानूखेडा में भी यही हाल था कोदेदार नरेद्र बिना कोड पड़े बारदाने से राशन बंट रहा था| नसरतपुर का कोटेदार सबीर आली ने तो वितरण की तारीख होने का बाद भी राशन नही बांटा| गरीबो के लिए चलाई जा रही यह योजनाये जब सरकार की ही मशीनरी के अड़ंगे के कारण जनता के पास तक नही पंहुच पाती| राशन वितरण की तस्वीरे कैमरे में कैद हुई जिन्हें सभी अधिकारी भली भात देखेगे कार्यवाही के नाम पर शायद मामला शून्य ही रहेगा|
जिलापूर्ति अधिकारी के छुट्टी पर होने से उनके कर्मचारी राजीव ने बताया की सभी विपरण अधिकारी को चेक करने के निर्देश एसडीएम सदर लवकुश त्रिपाठी को दी गयी थी वह ना पंहुचने वाले विपरण अधिकारियो की जाँच कर सौपेगे|
एसडीएम सदर लवकुश त्रिपाठी ने जेएनआई को बताया की जिन जगहों पर विपरण अधिकारी नही पंहुचे उन पर कार्यवाही की जाएगी| बिना कोड पड़े राशन की गोदाम से अनाज बाहर कैसे आया इस पर भी जाँच के बाद कार्यवाही होगी|