डेस्क: टीईटी पास बीएड वालों के सहायक अध्यापक बनने की मुराद पूरी होने जा रही है। 72,825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती का शासनादेश जारी कर दिया गया है। सहायक अध्यापक बनने के लिए छह माह के प्रशिक्षण के साथ ही एक और परीक्षा के दौर से गुजरना होगा। प्रशिक्षण के दौरान 7,300 रुपये मानदेय दिया जाएगा। चयन प्रक्रिया 30 जून से शुरू होगी और 4 जुलाई तक मेरिट जारी की जाएगी। 14 अगस्त तक प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।
सचिव बेसिक शिक्षा हीरालाल गुप्ता ने शासनादेश जारी करते हुए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक को चयन प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया है। इसके लिए एससीईआरटी के निदेशक को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्हें नेशनल इन्फॉर्मेटिव सेंटर (एनआईसी) से एमओयू पर हस्ताक्षर करने के लिए अधिकृत किया गया है। चयन प्रक्रिया पूरी करने के लिए एससीईआरटी निदेशक, एनआईसी, संबंधित जिले के डायट प्राचार्य और बीएसए की संयुक्त समिति काम करेगी।
प्रशिक्षण अवधि में मिलेगा मानदेय
ट्रेनिंग के बाद परीक्षा पास करने पर ही बनेंगे सहायक अध्यापक
छह माह के प्रशिक्षण के बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा पास करने के एक माह बाद स्थायी शिक्षक के रूप में नियुक्ति देते हुए सहायक अध्यापक का वेतनमान दिया जाएगा। हालांकि इनका नियुक्ति पत्र सुप्रीम कोर्ट के अंतिम फैसले के अधीन होगा।
प्रशिक्षु शिक्षकों का चयन अध्यापक सेवा नियमावली के आधार पर किया जाएगा। चयन के लिए सूची टीईटी मेरिट के आधार पर तैयार की जाएगी। यदि दो या अधिक आवेदकों ने समान अंक प्राप्त कर रखा है तो अधिक आयु वाले को वरीयता दी जाएगी। अंक और आयु समान होने पर अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम में मेरिट तैयार की जाएगी।
कब कब क्या होगा-
एनआईसी को डाटा दिया जाएगा30 जून तक
अनंतिम चयन सूची वेबसाइट पर डाली जाएगी4 जुलाई तक
डायटों पर आपत्तियां ली जाएंगी8 जुलाई तक
आपित्तयों का निस्तारण12 जुलाई तक
अंतिम चयन सूची का प्रकाशन18 जुलाई तक
काउंसलिंग के लिए विज्ञापन19 जुलाई तक
जिलेवार काउंसलिंग20 से 23 जुलाई तक
प्रमाण पत्रों का सत्यापन5 अगस्त तक
चयनितों की सूची जारी होगी8 अगस्त तक
प्रशिक्षण के लिए प्रस्ताव तैयार होगा10 अगस्त तक
डायट प्रशिक्षण संबंधी आदेश जारी करेग14 अगस्त तक
चयनित प्रशिक्षु शिक्षक में जो वरिष्ठताक्रम में सबसे ऊपर होगा उसे पहले बैच में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। इन्हें तीन माह का थ्योरिटिकल और तीन माह का प्रैक्टिकल यानी क्रियात्मक प्रशिक्षण दिया जाएगा। क्रियात्मक प्रशिक्षण के लिए स्कूल अलॉट किए जाएंगे। संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल इसको लेकर अपनी रिपोर्ट डायट प्राचार्य को देंगे। प्रशिक्षु शिक्षक की छह माह के विशेष प्रशिक्षण की रिपोर्ट सही नहीं आती है तो उसे छह माह का एक मौका और जो दिया जाएगा, जो अंतिम होगा। दूसरी बार प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले को सूची में सबसे नीचे रखा जाएगा।
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