फर्रुखाबाद: सचिन यादव की टिकट काट कर रामेश्वर सिंह यादव को दिए जाने के बाद संगठन में बदलाव किये जाने के बाबजूद जिला संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सपा प्रत्याशी और उनके समर्थको के बीच की खाई पटने की जगह बढ़ गयी है| हार के बाद समीक्षा बैठक के लिए बुलाये गए जिला सम्मेलन में यह बात खुल कर सामने आ गयी है कि जिला संगठन किसी भी तरह लोकसभा प्रत्याशी रहे रामेश्वर सिंह यादव को संगठन पर हावी होने नहीं देना चाहता| वहीँ दूसरी ओर सपा प्रत्याशी और उनके समर्थक संगठन को अपने हिसाब से चलाना चाहते है|
जिला सम्मेलन में जिले के पदाधिकारियों और विधायको को बुलाना था-
समाजवादी पार्टी के जिला संगठन के पदाधिकारियों के अनुसार ये जिला सम्मेलन था जिसमे जिले के संगठन और फ्रंटल संगठनों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओ के साथ समीक्षा और बैठक करनी थी| इसमें जिले से बाहर के किसी भी विधायक सांसद या अन्य को बुलाया ही नहीं जाना था| कार्यक्रम का बाकायदा अजेंडा आया था और किस किस को बुलाना है इसकी सूची आई थी| अलीगंज विधानसभा एटा जनपद के सगठन में आती है इसलिए पोस्टर होल्डिंग में रामेश्वर यादव का फोटो नहीं छपा ये तर्क बेकार के है|
होल्डिंग में सपा प्रत्याशी का फोटो न छपने से शुरू हुआ विवाद-
सपा सम्मेलन में विवाद का मुद्दा रामेश्वर सिंह के समर्थको की ओर से उठाया गया| जग्गू और चन्नू ने केवल मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के फोटो के साथ चंद्रपाल और अन्य पदाधिकारियों के फोटो छपने पर एतराज जताया| इस पर संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश से कार्यक्रम के लिए कोई पैसा नहीं आया था| पदाधिकारियों ने अपने पैसे से होल्डिंग लगाये| अब जिसका पैसा लगा है वो अपना फोटो लगाएगा कि दूसरे का| फिर कार्यक्रम जिला सम्मेलन का था न कि चुनाव का जिसमे प्रत्याशी का फोटो लगना जरुरी था| लोग बिना बजह विवाद बढ़ा कर संगठन को कमजोर कर रहे है और संगठन में फूट डाल रहे है|
रामेश्वर ने माना कि फर्रुखाबाद की जनता ने उन्हें स्वीकार नहीं किया-
सम्मेलन के बाद समर्थको के साथ चर्चा में रामेश्वर ने माना कि उन्हें फर्रुखाबाद की जनता ने स्वीकार नहीं किया| जितने वोट वे अपनी एक विधानसभा से लेकर आये उतने वोट फर्रुखाबाद की चार विधानसभा में उन्हें मिले| वे अब फर्रुखाबाद में रहकर यहाँ की जनता के लिए काम करेंगे| सुबोध यादव ने भी कहा कि वे फर्रुखाबाद से ही राजनीति करेंगे| रामेश्वर ने चर्चा के दौरान कहा कि फर्रुखाबाद की जनता नाम के अनुसार पहले फरक करती है बाद में वाद चलाती है| उन्होंने कहा कि वे फर्रुखाबाद में राजनीति नहीं करे तो कहा करे? या तो अलीगंज विधानसभा को फर्रुखाबाद लोकसभा से हटवा दिया जाए| मुसलमानों की तारीफ करते हुए रामेश्वर सिंह ने कहा कि मुसलमानों ने किसी पार्टी को वोट न देकर अपने भाई सलमान खुर्शीद को वोट किया| हालाँकि सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी ने किसी वर्ग के लिए तो वो मुसलमान थे| चर्चा के समय प्रताप सिंह यादव, नगर अध्यक्ष महताब खान, रंजीत चक, उर्मिला राजपूत सहित कई समर्थक मौजूद थे| होल्डिंग में जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव के फोटो पर चर्चा के दौरान भी सबसे बड़ा दर्द दिखाई पड़ा|
दयमंती सिंह को रामेश्वर ही लाये थे पार्टी में-
नगर विधायक विजय सिंह की पत्नी और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष दयमंती सिंह को टिकट मिलने के बाद रामेश्वर सिंह यादव ही पार्टी में लाये थे| इसके लिए बाकायदा बड़ा सम्मेलन भी हुआ और विजय सिंह रामगोपाल के सामने रोये भी थे| मंच पर करुण रुन्दन की वे तस्वीरें मीडिया की सुर्खिया बनी थी| इसके बाद सपा प्रत्याशी के नामांकन में भी दयमंती सिंह पहुंची| मगर सोमवार को जो कुछ सपा सम्मेलन में हुआ उसे सपा संगठन के लोग दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे है| आमंत्रित करके किसी को बेइज्जत करना संगठन के गले नहीं उतर रहा है| दयमंती सिंह को जिलाध्यक्ष ने सम्मेलन में आमंत्रित किया था| इसके बाद सपा प्रत्याशी के समर्थको ने सम्मेलन में उनके खिलाफ नारेबाजी कर वापस जाने पर मजबूर कर दिया|
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