डीएम का लोहिया अस्पताल में फिर छापा- डाक्टर को जेल भेजने की चेतावनी देकर कक्ष सेवक को पुलिस के हवाले किया

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dm nrendarफर्रूखाबाद: मंगलवार सुबह सुबह जिलाधिकारी एनके एस चौहान ने लोहिया अस्पताल एक बार फिर से छापा मारा| अस्पताल में में काफी खामिया मिलने पर डाक्टरो को जमकर हडकाया। एक डाक्टर को जेल भेजने की चेतावनी देकर लापरवाह कक्ष सेवक को पुलिस के हवाले कर दिया। जिलाधिकारी श्री चौहान नगर मजिस्ट्रेट श्री निवास तिवारी एवं एसीएमओ डा० राजवीर सिंह के साथ सुबह 8.40 बजें लोहिया अस्पताल पहुंचे। श्री चौहान सीधे डिस्पेन्सरी पहुंचे। वहां कक्ष सेवक साधा कपड़ो में शर्ट की 2 बंटने खोल कर हीरो की तरह मौजूद था। श्री चौहान ने उससे वर्दी के बारे में पूछा तो कक्ष सेवक ने स्टाइल में बताया कि वर्दी मिली ही नहीं है तो क्या पहने| पहले सरकार से वर्दी दिलाओ|

डीएम ने पुलिस को बुलाकर बदसलूकी से बात करने बाले कक्ष सेवक इस्लाम को पुलिस के हवाले कर दिया। कक्ष में गंदगी के अलावा रजिस्टर पर गलत दवा दर्ज होने पर नारजगी जताते हुये इंचार्ज डा० एसपी सिंह को बुरी तरह हडकाया। तो मायूश होकर डा० सिंह बोले कि मेरे पास कई चार्ज है। तब डीएम श्री सिंह ने मुख्य चिकित्साधिकारी डा० एके मिश्रा को निर्देश दिया कि आज शाम तक डाक्टर सिंह से सभी अतिरिक्त चार्ज ले लिये जाये। श्री चौहान ने डा० सिंह को स्टाक में मौजूद न होने बाली दवाईयो की भी सूची शाम तक उपलब्ध कराने की हिदायत दी। जिलाधिकारी श्री चौहान ने सीएमएस व डा० सिंह को इस बात पर हडकाया कि आप लोगो की लापरवाही से अक्सर अखबारो में छप रहा है कि डीएम के प्रयास बेअसर।

इसी दौरान डीएम ने अस्पताल में मरीजो को जबरन ले जाने बाले दलालो के आने पर डा० सिंह को जेल जाने से बचने के लिये सुधर जाने की चेतावनी दी। उन्होने डा० बीके दुवे के कक्ष के निकट बंद कमरे को देख कर कहा कि इस पर लिखवाओ की कक्ष बंद है। डा० अनल शुक्ला के कक्ष में मौजूद न होने पर जानकारी करने के बाद कहा कि यहां प्लेट पर लिखवाओ कि डाक्टर आॅपरेशन कक्ष में है। मरीजो के पर्चे देखने के बाद सीएमएस से पूछा कि यह मरीज कब तक बैठे रहेगे। उन्होने मरीजो के पर्चो पर ही सम्बधित डाक्टर के कक्ष नम्बर लिखने की हिदायत देते हुये कहा कि इससे मरीजो को डाक्टर को तलाश करने के लिये भटकना नही पडेगा।

अस्पताल की अव्यवस्था से गुस्साये श्री चौहान ने सीएमएस को निर्देश दिया कि सभी डाक्टरो को 10 मिनट के अंदर अपने कार्यालय में बुलाओ। डाक्टरो के पहुंचने पर डीएम ने उनके साथ बंद कमरे में काफी देर तक बैठक की। इस दौरन डीएम ने डाक्टरो को सही ढंग से कार्य करने के लिये अतिंम चेतावनी दी। डाक्टरो ने जब साथियो की कमी का रोना रोया तो डीएम ने और डाक्टरो की तैनाती कराये जाने का वायदा किया। इस दौरान डीएम ने बातचीत के दौरान मीडिया को बताया कि इस अस्पताल की हालत बहुत खराब है। लखनऊ तक अधिकारी अस्पताल की अव्यवस्था से चिंतित है। उन्होने मीडिया से अस्पताल की खामियो के साथ ही बेहतर चिकित्सा एवं अच्छाईयो को भी प्रकाशित करने का सुझाव दिया। सीएमएस को हिदायत दी कि वह दोपहर 2 बजें अस्पताल की व्यवस्था के सम्बध में पत्रकारो को जानकारी दे।

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