वादे में फसे अखिलेश-कैसे बांटेंगे 61 लाख लैपटॉप?, एक तरफ कुआं तो दूसरी तरफ खाई

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laptopडेस्क: प्रदेश में सत्ता संभालने के तुरंत बाद अखिलेश सरकार ने हाईस्कूल पास होने वाले छात्रों को मुफ्त टैबलेट देने का निर्णय किया था। अखिलेश सरकार वर्ष 2012 में सत्ता में आई। उस साल हाईस्कूल में 29,80,913 छात्र-छात्राएं पास हुए।

इसके अगले वर्ष 28,86,379 परीक्षार्थियों ने हाईस्कूल की परीक्षा पास की। हफ्तों, महीनों और सालों इंतजार के बाद भी हाईस्कूल पास करने वालों को मुफ्त टैबलेट नहीं मिल सका।

मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पांच कालीदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों के सवाल पर मजाकिया अंदाज में कहा था कि टैबलेट क्या करेंगे अब उन्हें लैपटॉप दिया जाएगा। उन्होंने भले ही मजाकिया अंदाज में यह जवाब दिया हो, पर हुआ वही कि मुफ्त टैबलेट सपना ही रह गया।

बढ़ते जा रहे दावेदार और वोटर भी बन गए टेबलेट के दावेदार
वर्ष 2012 में हाईस्कूल पास करने वाले छात्र-छात्राओं को तब भले ही मुफ्त टैबलेट न मिल पाया हो पर इस साल इसमें से अधिकतर ने इंटर की परीक्षा पास करते हुए लैपटॉप पाने के दावेदारों में शामिल हो गए हैं। राज्य सरकार के सामने इनको लैपटॉप देना सबसे बड़ी चुनौती होगी। इन्होंने जब हाईस्कूल पास किया था तब इनकी उम्र अधिकतम 15 से 16 वर्ष रही होगी, अब इनकी उम्र 17 से 18 वर्ष होगी। आगामी विधानसभा चुनाव आते-आते ये मतदाता भी बन चुके होंगे। इसलिए अखिलेश सरकार के सामने इन्हें मुफ्त लैपटॉप देना चुनौती भरा होगा।

इस मामले पर माध्यमिक शिक्षा मंत्री इकबाल महमूद का कहना है कि ‘इंटर पास छात्र-छात्राओं को मुफ्त लैपटॉप देना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। इंटर पास होने वालों को लैपटॉप बांटे भी जा रहें हैं। रही बात वर्ष 2013 के इंटर पास होने वालों को लैपटॉप न बांटे जाने की तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। इस संबंध में शीघ्र ही अधिकारियों के साथ बैठक कर वस्तु स्थिति का पता लगाया जाएगा और लैपटॉप बांटने के निर्देश दिए जाएंगे।’

जी का जंजाल बनी योजना
अखिलेश सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना ही अब उनके लिए जी का जंजाल बनती जा रही हैं, वहीं लैपटॉप पाने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। लैपटॉप पाने वालों की लाइन में खड़े होने वालों का आंकड़ा 60 लाख पार कर रहा है। इस योजना का लाभ अब तक मात्र 14.08 लाख छात्र-छात्राएं ही पा सके हैं। यह लाभ वर्ष 2012 में इंटर पास वाले 23,31,230 छात्रों में से मिला है।

उस साल के 8,51,230 छात्र अभी भी लैपटॉप की इंतजार में है। वर्ष 2013 के पास होने वालों को बंटने का सिलसिला भी शुरू नहीं हो पाया था कि वर्ष 2014 का भी रिजल्ट आ गया है और अब ये भी लैपटॉप पाने की कतार में आ गए हैं।

ये की थी घोषणा
उत्तर प्रदेश के युवाओं को रिझाने के लिए सपा ने विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में हाईस्कूल पास युवाओं को मुफ्त टैबलेट और इंटर पास को लैपटॉप देने का वादा किया था।

प्रदेश की सत्ता में आते ही अखिलेश सरकार ने घोषणा पत्र में किए गए सबसे महत्वपूर्ण वादे मुफ्त टैबलेट और लैपटॉप देने का निर्णय किया। अखिलेश सरकार मार्च 2012 में सत्ता में आई और उस साल यूपी में हाईस्कूल में 29,80,913 व इंटरमीडिएट 23,31,230 पास हुए। मुफ्त टैबलेट और लैपटॉप बांटने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा विभाग को सौंपी गई।

अब तक 2700 करोड़ खर्च
माध्यमिक शिक्षा विभाग के अनुरोध पर राज्य सरकार ने सबसे महत्वपूर्ण वादे को पूरा करने के लिए बजट में व्यवस्था की। राज्य सरकार ने मुफ्त लैपटॉप बांटने के लिए एचपी से अनुबंध किया गया और मुख्यमंत्री ने राजधानी से लैपटॉप बांटने की शुरुआत की। विभागीय जानकारी के मुताबिक प्रदेश भर में वर्ष 2012 में इंटर पास 14.08 लाख छात्र-छात्राओं को लैपटॉप बांटे गए हैं और इस पर 2700 करोड़ रुपये के करीब खर्च हुआ है। वर्ष 2013 में इंटर पास करने वालों को लैपटॉप बांटा नहीं जा सका था और अब वर्ष 2014 के इंटर का भी रिजल्ट आ गया है। इन दोनों वर्षों को मिलाकर 60 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं मुफ्त लैपटॉप पाने के दावेदारों में शामिल हो गए हैं।
इतनी बड़ी संख्या में कैसे देंगे लैपटॉप
हाईस्कूल में कब कितने पास
वर्ष 2012—————–29,80,913
वर्ष 2013—————–28,86,379

इंटर में कब कितने पास
वर्ष 2012———————-23,31,230
वर्ष 2013———————-23,62,262
वर्ष 2014———————-28,10,992

जाहिर सी बात है कि इतनी बड़ी संख्या में मौजूद छात्रों को अखिलेश कैसे लैपटॉप दे पाएंगे।

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