फर्रुखाबाद: सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव का नामांकन कराने गए छोटे सिंह यादव की कार को विकास भवन बैरियर पर रोकने पर गरमा गरम बहस प्रशानिक अधिकारियो के साथ हो गई| गाडी रोकने पर छोटे सिंह यादव ने बैरियर पर मौजूद एक राजपत्रित अधिकारी से यहाँ तक कह दिया कि तुम अधिकारी बनने लायक नहीं| किसने बना दिया तुम्हे अधिकारी| बाद में सीओ सिटी और सिटी मेजिस्ट्रेट के आने के बाद बहस बढ़ गई और बबाल बढ़ता देख प्रशासन ने जीप आगे ले जाने की अनुमति दे दी| साथ चल रहे सपा नेताओ ने भी चुनाव बाद देख लेने की धमकी दी| सपा नेता द्वारा सार्वजानिक रूप से की गयी बेज्जती के बाद राजस्व कर्मियो/अधिकारियो में रोष व्याप्त है|
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दोपहर लगभग 12 बजे सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव नामांकन कराने के लिए फतेहगढ़ पहुचे| विकास भवन पर बने पहले बैरियर पर उनके साथ चल रही तीन गाड़िया निकल गई| इसमें एक गाड़ी में सपा प्रत्याशी दूसरी में सतीश दीक्षित और तीसरी गाड़ी में विधायक कायमगंज अजीत कठेरिया बैठे थे| इसके बाद एक काली रंग की जीप आई| नियमानुसार तीन गाडियो से ज्यादा ले जाने की अनुमति नहीं थी| लिहाजा बैरियर पर ड्यूटी पर तैनात प्रभारी एसडीएम कायमगंज (तहसीलदार कायमगंज) ने पुलिस बल को बैरियर गिराने का आदेश देकर जीप को आगे जाने से रोक दिया| इस जीप पर छोटे सिंह यादव, दयमंती सिंह और सपा जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव बैठे थे| जीप को रोक लेने पर छोटे सिंह जीप से नीचे उतर आये और दावा किया कि वे प्रत्याशी के प्रस्तावक है और उनकी गाड़ी का पास है| गाड़ी आगे कैसे नहीं जायेगी| मेजिस्ट्रेट ने जब तीन गाड़िया प्रत्याशी के साथ जाने का हवाला दिया तो छोटे सिंह ने कहा कि तुम्हे अधिकारी किसने बना दिया तुम तो चपरासी बनने लायक नहीं| इसी बीच बबाल की सूचना पर पहुचे सीओ सिटी और नगर मेजिस्ट्रेट से भी बहस हुई| बबाल के बीच जिला निर्वाचन अधिकारी से निर्देश लेने के बाद गाड़ी को जाने दिया गया| ये वही छोटे सिंह है जब बसपा की सरकार में सहकारिता की फाइले खुलने लगी थी तो समाजवादी पार्टी छोड़ बसपाई हो गए थे| सत्ता वापसी के बाद फिर हाथी से उतर साइकिल चलाने लगे|
फर्रुखाबाद लोकसभा के लिए पहला परचा 12.25 बजे सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव ने दाखिल किया| सपा प्रत्याशी के साथ सतीश दीक्षित, प्रत्याशी के पुत्र सुबोध यादव और प्रत्याशी के भाई जुगेन्द्र सिंह यादव नामांकन कक्ष में परचा दाखिल करने पहुचे|