फर्रुखाबाद: लगभग 30000 की भीड़ के सामने एक 30 साल का युवक दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के पर्व का हिस्सा बनने के लिए मैदान में कूद गया| बिना लिखा हुआ संतुलित शब्द युक्त सम्पादित भाषण| हर वाक्य के मायने और सुनने वालो को सम्मोहित करने की क्षमता| युवा जो सुनना चाहता था वही सचिन परोस रहे थे| भाषण देने की कला में पहले ही कदम में बेटा बाप से दो कदम आगे नजर आया| राजनीति का भाषण वो ककहरा है जिसके माध्यम से अटल बिहारी बाजपेयी दुनिया में छा गए| पहले अपनी बात फिर विरोधियो पर घात और जैसे ही लोहा (श्रोता) गरम हुआ तो वोट अपील की चोट| यही मन्त्र है|
मुकेश राजपूत को भी बाहरी बताया-
सचिन यादव ने कहा कि फर्रुखाबाद की जनता ऐसा एमपी क्यों चुनना चाहेगी जिससे मिलने के लिए पहले 100 किलोमीटर दूर जाना पड़े? ऐसा प्रत्याशी क्यों चुनना चाहेगी जिससे मिलने में डर लगता हो? सलमान खुर्शीद की और इशारा करते हुए कहा कि एक दिल्ली में रहता है| चुनाव लड़ने के लिए फर्रुखाबाद आता है| दूसरी पार्टी को फर्रुखाबाद में प्रत्याशी नहीं मिला तो 150 किलोमीटर दूर सिरसागंज से भेज दिया| तीसरी पार्टी ने भी जिले के प्रत्याशी का टिकट काट कर पैराशूट से उतार दिया| भाजपा के मुकेश राजपूत की ओर इशारा करते हुए कहा कि चौथा भी अलीगंज का निवासी है फर्रुखाबाद में आकर बस गया| जब वो अलीगंज में जाता है तो कहता है कि वो उसका घर है| क्या जनता को लगता है कि भाजपा का प्रत्याशी लोकसभा में कोई सवाल पूछ सकता है? और संसद में क्या गोली चलाने की जरुरत है? जनता को जागना होगा|
सचिन बोले जनता फैसला करे कि उन्हें 24 घंटे उपलब्ध रहने वाला, जनता और क्षेत्र के विकास के लिए योजनाये बनाने वाला, अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग करने वाला एमपी चाहिए या फिर जिला पंचायत में घोटाला करने वाला, विकलांगो की बैशाखियां हड़पने वाला, दबंगई करने वाला या फिर विदेश में रहने वाला एमपी चाहिए| एक पार्टी ने लखनऊ से पत्रकार भेज दिया| सचिन यादव बोले क्या फर्रुखाबाद में पार्टियो को नेता नहीं मिले या फिर पार्टियां फर्रुखाबाद की जनता को मूर्ख समझती है| जिसे देखो पैराशूट से प्रत्याशी उतार रहा है| सचिन ने युवाओ में जोश भरा- फर्रुखाबाद की जनता का कोई जोड़ नहीं है, दबंगई करने वाले नेता पिछले लोकसभा में कैसे खदेड़े गए थे याद है न|
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