दो साल बाद पिता के हत्यारे का खून करने पंहुचा युवक

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Vinit Farrukhabadफर्रुखाबाद: अपनी मां के अबैध संबंधों से आजिज दो पुत्रों ने विगत 5 मई 2012 की रात्रि मां के प्रेमी की हत्या कर दी थी। मृतक शमसाबाद ब्लाक के ग्राम बहरामपुर का कोटेदार था। बताया गया था कि विगत रात्रि महिला के पुत्रों ने मां को उसके प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था। मृतक अवधेष मिश्रा का शव फतेहगढ़ में जयनरायन वर्मा रोड पर भकरामउ क्रासिंग के पास सड़क पर पड़ा मिला था। अवधेश की हत्या गले में फंदा डालकर करने के बाद उसके शव के उपर से वाहन गुजार कर चेहरा बिगाड़ने की भी कोशिश की गयी थी। जिसके हत्यारे का खून करने कोटेदार का पुत्र अपने कुछ साथियों असलाहो से लैस होकर पहुच गया व फायरिग कर दी| इस पर कोटेदार का हत्यारा बाल बाल बच गया| पुलिस ने दोनों का चालान कर दिया|

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उसकी आखो में दो साल से खून सवार था पिता के हत्यारों का चेहरा उसकी आखो के सामने घूमता रहता था,दिन रात केवल उसे पिता के हत्यारे का जेलके बाहर आने का इंतजार था| और आखिर उसका इंतजार खत्म हो गया जब उसे पता चला की पिता का हत्यारा जेल से बाहर आ गया है| जिस पर मृतक कोटेदारका पुत्र शुभनेश निवासी बहरामपुर शमसाबाद ने पिता के हत्यारोंपी विनीत पुत्र रामवीर मिश्रा मित्तुकुचा पर तमंचे से हमला बोल दिया विनीत इन दिनों सातनपुर मंडी में चालक का काम कर रहा है| शुभनेश के साथ तक़रीबन आधा दर्जन अन्य हमलावर और थे फायरिग में विनीत बाल बाल बच गया|वही शुभनेश ने विनीत पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है | सूचना पर पहुची पुलिस ने दोनों को गिरफतार कर लिया |
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आईटीआई चौकी प्रभारी संतोष ने बताया की दोनों को गिरफ्तार लिया गया है आरोपी शुभनेश के पास से तमंचा बरामद नही हुआ उसके साथी लेकर भाग गये| जिनकी तलाश की जा रही है |

जाने कब कैसे और किस लिये हुई थी कोटेदार की हत्या

6 मई 2012 की को शनिवार प्रातः जयनरायन वर्मा रोड पर भकरामउ क्रासिंग के निकट शव पड़े होने की सूचना पर पहुंचे तत्कालीन क्षेत्राधिकारी नगर वीके सिंह ने मृतक की पैंट से निकले एक कागज पर लिखे कुछ नंबरो पर संपर्क किया तो पता चला कि मृतक विकास खड शमसाबाद के ग्राम बहरामपुर का कोटदार अवधेश मिश्रा पुत्र त्रिवेणी सहाय था। सूचना पर पहुंचे ग्रामी पूछतांछ के बाद पता चला कि अवधेश मिश्रा के उसके रिश्ते के एक भाई रामवीर मिश्रा की विधवा शहर के मोहल्ला मित्तमकूचा निवासी मधुबाला से संबंध थे। मां के संबंधों का उसके पुत्र विरोध करते थे।

शुक्रवार को सायंकाल अवधेश मिश्रा शमसाबाद से फर्रुखाबाद के लिये आया था। अवधेश के पुत्र कुलदीप की कुछ समय पूर्व हत्या हो गयी थी। इसी मामले में शनिवार को शाहजहांपुर में न्यायालय में तारीख थी। अवधेश को तारीख पर पहुंचना था। अवधेश शुक्रवार शाम मधुबाला के घर पहुंचा। इसी बीच मधुबाला के दोनों पुत्र विकास व विनीत घर पर आ गये। घर पर अवधेश को मौजूद देख दोनों पुत्र बिफर गये। उन्होंने अवधेश को घर से पकड़कर लगभग घसीटते हुए बाहर निकाला। मोहल्ले वाले निकले तो उनसे कहा कि हम लोग इसे कोतवाली ले कर जायेंगे। परंतु शनिवार प्रातः अवधेश का शव रास्ते पर पड़ा मिला।
अवधेश का अपनी पत्नी पुष्पा से भी मनमुटाव चल रहा था। पुष्पा अपने पति से अलग शहर के मोहल्ला खड़ियायी में अकेली रहती थी। अवधेश का दूसरा पुत्र शुभनेश अपने पिता के साथ बहरामपुर में ही रहता था।

पुलिस ने विनीत मिश्रा को कोटेदार की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया था | तब से विनीत जेल में था | और कुछ दिनों पूर्व ही जेल से बाहर आया था|