फर्रुखाबाद : वाहन की टक्कर लग जाने पर भैस मालिको ने वाहन स्वामी को पीट पीट कर मार डाला। थाना कम्पिल के ग्राम बरखेड़ा निवासी गुलाब सिंह शाक्य के गम्भीर रूप से घायल 38 वर्षीय पुत्र राकेश चन्द्र आज सुबह 7.10 बजें लोहिया अस्पताल में मौत हो गई।पुलिस ने शव को पोस्मार्टम राकेश को बीती रात लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अपराध की किताव में एक नाम और दर्ज होगा लेकिन पुलिस मामले को कहा तक ले जाती है इसका अभी देखना वाकी है | वैन चालक राकेश बीते दिन सुबह 10 बजें जब गांव में अपनी मारूती कार वैक कर रहे थेतभी उसकी कार भैस से टकरा गई। भैस के मालिक ने उससे पैसे की मांग कर दी , तो राकेश ने वापस लौटने पर हर्जाना देने को कहा। सांय 6.30 बजें घर पहुंचने पर हर्जाना मांगने को लेकर विवाद हो गया। पड़ोसी ज्ञान सिंह व रतन सिंह शाक्य तथा ज्ञान सिंह की पत्नी ने राकेश को पीटना शुरू कर दिया। जान माल बचा कर जब राकेश घर गया। तो राकेश के ऊपर धारदार हथियार व लाठी डन्डो से हामला किया। जिससे राकेश के सिर में गम्भीर चोटे आई व उसकी मां रामबेटी का सिर फट गया। राकेश की मौत होने पर पत्नी राजबेटी व मां बूरी तरह विलखती रही। राकेश का कायमगंज के मोहल्ला गऊटोला निवासी राजबेटी से विवाह हुआ था। जिससे धर्मवीर, योगराज, ब्रजेश, प्रशांत व पुत्री डिम्पल है। थाना कम्पिल पुलिस किसी हमलावर को गिरफ्तार नही कर सकी।
प्रभारी केवी सिंह ने उन्होने मामले को गोपनीय बता कर हमलावरो के नाम बताने से मना कर दिया।
डाक्टर पर लापरवाही का आरोप
लोहिया अस्पताल के डाक्टर हड्डी रोग विशेषज्ञ वीके दुवे की घोर लापरवाही के कारण युवक राकेश की मौत हो गई। और उसके छोटे बच्चे दर दर भटकने को मजबूर हो गये। राकेश के बडे भाई रतीराम आदि ग्रामीणो ने आरोप लगाया कि इमरजेंसी कक्ष में तैनात डा0 वीके दुवे की घोर लापरवाही के कारण ही राकेश की मौत हुई है। आरोप लगाया गया कि राकेश की हालत गम्भीर होने के कारण परिजन उसे कानपुर ले जाना चाहते थे। वह 2 बार एम्बुलेंस को लाये लेकिन पहली बार डाक्टर ने राकेश को रिफर नही किया। और दूसरी बार दरवाजा न खोल कर कमरे में ही सोते रहे। रिफर स्लिप न मिलने के कारण राकेश को दूसरे अस्पताल नही ले जा सका।
आरोप लगाया गया कि हालत गम्भीर होने के बाबजूद भी डाक्टर एक बार भी राकेश को देखने नही गये। कक्ष सेवक नरेश ने बताया कि रात में एक ही मरीज था जिसको भी डाक्टर देखने नही गये। डाक्टर वीके दुवे ने लगाये गये आरोपो को खारिज करते हुये बताया कि उनसे मरीज रिफर कराने के लिये सम्पर्क नही किया गया। मृतक के परिजन मुझसे सन्तुष्ट है।