फर्रुखाबाद: कानून व्यवस्था किस तरह खून के आसू रो रही है यह किसी से छुपा नही, अपराध होने के बाद पुलिस सिर्फ उसी की सुन रही है जो पहुच वाला है| फिर चाहे वह अपराधी ही क्यों ही ना हो पहुच वाले व्यक्ति को पुलिस थानों में बैठा कर चाय नास्ता करा रही है और पीड़ित को थाने में रुकने तक नही दिया जाता| लगता ऐसा है जैसे अपराधी पुलिस पर हावी हैं | नतीजन एस पी कार्यालय में उनसे शिकायत करने वालो की सख्या दिन व् दिन बढती जा रही है| पुलिस के आला अधिकारी अपनी साख बचाने के चक्कर में उस पर कार्यवाही करने या तो का आदेश तो कर देते है लेकिन पीडित को फिर भी न्याय नही मिल पाटा और वह इधर उधर भटकने के बाद या तो चुपचाप घर पर बैठ जाता है और कोई बड़ा करने का मन बना लेता है और निर्णय भी इतना बड़ा की सुन कर रोगटे खड़े हो जाये | यैसी ही एक घटना में एक दंपत्ति ने न्याय न मिलने पर दो दिन के बाद एस पी कार्यालय के सामने आत्मदाह करने कि चेतावनी पुलिस को दी है|
शहर कोतवाली में काशीराम कालोनी हैवतपुर निवासी एक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिसमे पीड़ित ने कहा है कि बीते 11 फरवरी को वह मेला राम नगरिया अपनी पत्नी व् बेटी के साथ कल्पवास कर रहा था| इसी दिन वह अपनी पत्नी के साथ गंगा जी कि पूजा करने के लिये चला गया तभी उसके मोहल्ले के आरिफ व शविना आये और उसकी बेटी को ले गये| मामले कि सुचना भी पुलिस को दी गयी लेकिन कोतवाली पुलिस ने कोई कार्यवाही नही की जिसके बाद पीड़ित दंपत्ति ने एसपी से शिकायत कि एसपी को दी गयी तहरीर में न्याय न मिलने पर दो दिन के बाद आत्मदाह करने की बात कही गयी है| फिलहाल पुलिस ने एसपी के आदेश का मान रखते हुये रिपोर्ट दर्ज कर ली है | मामले की विवेचना दरोगा इंदरपाल को दी गई है |