काफिलो पर रोक लगवाना उनकी हताशा है, दिलो पर रोक कैसे लगाएंगे- सचिन यादव

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Sachin Yadavफर्रुखाबाद: सपा प्रत्याशी रामेश्वर सिंह यादव पर अपरोक्ष रूप से सचिन यादव ने सीधा सीधा हमला बोल दिया है| उन्होंने कहा कि काफिलो पर प्रशासन और पुलिस के सहारे रोक लगा सकते है मगर जनता के दिलो में उनके लिए बन रही जगह को कैसे रोक पाएंगे| सचिन यादव ने रामेश्वर यादव के इशारे पर वहाँ जालूसो को दी गयी अनुमति निरस्त करने का आरोप लगाया है| सचिन यादव अब वाहनो की जगह पैदल मार्च शुरू करेंगे और गाव गाव पहुचेंगे|

सचिन यादव ने सातो ब्लाको में मतदाता जागरूकता अभियान की रैली निकालने के लिए योजना बनायीं थी| जिसमे पहली रैली मोहम्दाबाद ब्लाक में निकल भी गयी थी| पूरे फर्रुखाबाद की जनता में सन्देश भी चला गया| मंगलवार की दूसरी रैली निकलने से पहले जिला प्रशासन ने आगे की रैलियो को बोर्ड परीक्षा के चलते रोक दिया है| सचिन यादव ने इसके बाद मोर्चा खोल दिया है| उन्होंने आरोप लगाया है कि सपा प्रत्याशी वैसे भी पुलिस और प्रशासन की दम पर चुनाव लड़ने आये है| मगर मतदान तो जनता को करना है| मतदान तो पुलिस और प्रशासन कर नहीं देगी| उन्होंने कहा कि लगता है कि विरोधियो के हौसले पस्त होने लगे है इसलिए वे ऐसे कदम उठा रहे है|

सचिन की अगली रणनीति-
सचिन यादव ने अपनी अगली रणनीति का खुलासा करते हुए बताया कि मोटरसाइकिल रैलियों के बाद गाव गाव पद यात्रा की तयारी थी जिसे अब तुरंत शुरू कर दिया जायेगा और जनता से मिलने और उन्हें अपराध मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त मतदान के लिए प्रेरित करने का अभियान दोगुने जोश से शुरू हो जायेगा| पैदल चलने पर भी रोक लगवा सकते है तो लगवा कर देख ले| जनता में हर बात की खबर पहुच जाती है|

चुनाव लड़ने का एलान कर चुके है सचिन यादव-
ज्ञात हो कि मंत्री नरेंद्र सिंह यादव केपुत्र सचिन यादव को सपा से टिकट दी गयी थी| 8 माह तक क्षेत्र में प्रचार करने के बाद उनकी टिकट काट अलीगंज (एटा) केविधायक रामेश्वर सिंह यादव को टिकट समाजवादी पार्टी ने दे दिया| इसके बाद दोनों और से तीखे बयान बाजी का दौर लैम्ब्स समय तक चला और सचिन यादव ने फर्रुखाबाद से लोकसभा चुनाव लड़ने का एलान कर दिया| वे अभी भी कई बड़ी पार्टियो के सम्पर्क में है टिकट के लिए| किसी बड़ी पार्टी से बात न बनने की स्थिति में भी निर्दलीय चुनाव लड़ने की उनकी पूरी तैयारी है| हालाँकि वे भी केजरीवाल की तरह हर फैसले को जनता का फैसला कह कर बातो को घुमाने का प्रयास करते रहते है|