लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट द्वारा सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने के बाद आज लखनऊ पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। सुब्रत रॉय ने पुलिस के सामने सरेंडर किया, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें सहारा शहर से गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने आज उनके मामले पर सुनवाई की याचिका भी खारिज कर दी। सुनवाई 4 मार्च को होगी। यानि 4 मार्च तक सुब्रत को पुलिस हिरासत में ही रहना होगा।
इससे पहले आज सुब्रत रॉय ने एक भावनात्मक बयान जारी किया। सुब्रत ने कहा है कि मैं कानून से भाग नहीं रहा हूं, मैं लखनऊ में ही हूं। मैं जज से हाथ जोड़कर गुजारिश करता हूं कि कोर्ट चाहें तो मुझे 3 मार्च तक घर में ही नजरबंद कर दे जहां मेरी मां गंभीर रूप से बीमार हैं।
सुप्रीम कोर्ट आज मुझे जो आदेश दे मैं उसका पालन करने को तैयार हूं। अगर आज जज मुझे दिल्ली बुलाते हैं तो मैं जाने को तैयार हूं। सुप्रीम कोर्ट जो भी आदेश दे, मुझे मंजूर होगा। वहीं, दिल्ली पुलिस आज दिल्ली के ललित होटल पहुंचे जहां सहारा की प्रेस कांफ्रेंस होनी है। अभी साफ नहीं हुआ है कि कौन प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेगा।
गैर जमानती वारंट जारी किए जाने के बाद सहारा प्रमुख को गिरफ्तार करने के लिए गुरुवार शाम को सुब्रत राय के घर पहुंची लखनऊ पुलिस की टीम बैरंग लौट गई। लखनऊ पुलिस की एक टीम यहां गोमती नगर इलाके में स्थित सहारा प्रमुख के घर ‘सहारा शहर’ में पहुंची। पुलिस अधीक्षक (गोमती पार) हबीबुल्ला हसन के नेतृत्व में पुलिस की टीम सहारा शहर के अंदर करीब साढ़े चार बजे शाम में घुसी और करीब डेढ घंटे बाद बाहर निकली।
हसन ने बाहर आकर संवाददाताओं को बताया कि घर में सुब्रत नहीं मिले। उनकी मां और दूसरे परिजनों से मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि सुब्रत कहां हैं उन्हें नहीं पता है। घर के अंदर डॉक्टर भी थे। सुब्रत राय के सुप्रीम कोर्ट में व्यक्तिगत तौर पर उपस्थित नहीं होने के कारण सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उनके विरुद्ध गैर-जमानती वारंट जारी किया और अदालत के आदेश का पालन करने के लिए चार मार्च तक की मोहलत दी। अदालत ने इससे पिछली सुनवाई में राय को व्यक्तिगत रूप से अदालत में उपस्थित होने का निर्देश दिया था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे।