फर्रूखाबाद: यात्राओ का भाजपा से पुराना नाता है| जब भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वी पी सिंह ने राजीव का तख्ता पलट सत्ता सम्भाली थी और मंडल आयोग की सिफारिशे लागू करके वोटरो को अपने राजनैतिक तरकश में करने की दूसरी चाल सफल कर दी थी तब वीपी सिंह सरकार को बाहर से समर्थन दे रही चिंतित भाजपा ने यात्रा निकाल माहौल को बदल दिया था| अडवाणी की सोमनाथ मंदिर से निकली रामरथ यात्रा ने भाजपा के पहियो में खूब हवा भरी थी और बात बढ़ती बढ़ती सत्ता तक पहुची थी| बताते है कि उस रथ यात्रा के सूत्रधार भी नरेंद्र भाई मोदी ही हुआ करते थे| रथ यात्रा से उस जमाने की सरकार के छत्रप वी पी सिंह, लालू यादव, रामविलास पासवान और शरद यादव सब चिंतित हो चले थे| नरेंद्र मोदी अब प्रधानमंत्री की दौड़ में है और यात्राओ का सिलसिला एक बार फिर से चला है| राम मंदिर मुद्दा तो प्रयोग हो चुका है इसलिए इस बार विकास का मुद्दा है और यात्रा का नया नाम भी- “विकास ज्योति यात्रा”|
तो फर्रुखाबाद में रविवार सुबह विकास ज्योति यात्रा पहुच चुकी है| इस विकास ज्योति यात्रा का मतलब देश की सबसे ज्यादा सांसदो वाले सूबे में भाजपा का परचम लहराते हुए दिल्ली का रास्ता साफ़ करना है| लखनऊ की रेली विशाल और सफल हुई तो बड़ा सन्देश दे जायेगी| माया और मुलायम की भीड़ के दावो पर एक और मंजिल तन जायेगी|
विकास ज्योति यात्रा लखनऊ के संयोजक अनुराग सिंह तोमर लेकर फर्रुखाबाद पहुचे| उनका डा. रजनी सरीन के आवास पर जोरदार स्वागत किया गया। भाजपा संगठन के जिलाध्यक्ष दिनेश कटियार, मुकेश राजपूत, ज्ञानेश गौड़, गोविंद सिंह, सत्यपाल सिंह आदि नेताओं ने ज्योति यात्रा की मशाल श्री तोमर को भेंट कर उन्हें लम्बी यात्रा करने की शुभकामनाऐं दी।
14 फरवरी को नरेंद्र मोदी ने गुजरात से ज्योति यात्रा खुद रावण की थी| ये विकास ज्योति गुजरात, राजस्थान होते हुए आयी है और लखनऊ में 2 मार्च को लखनऊ में नरेंद्र मोदी की आयोजित महा रैली में समाप्त होगी। [bannergarden id=”17″]