भैस को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की मांग उठी ….

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Buffaloफर्रुखाबाद: आज़म खा की भैस क्या चोरी हुई हर प्रकार के मीडिया में भैस छा गयी है| अख़बार, टीवी और सोशल मीडिया हर जगह भैस छा गयी है| भैस के सहारे आज़म साहब को भी कवरेज खूब मिल रहा है| अब शहरी विकास मंत्री शहरो के विकास में तो कोई खास काम ऐसा कर न पाए जिससे सुर्खिया बटोरते अलबत्ता उनकी भैस ने उन्हें मीडिया में छाने का मौका दे दिया| ऐसे में आज़म साहब अपनी भैसों को विक्ट्रोरिया से मुकाबला न करे तो क्यों? फेसबुक पर एक नयी बहस छिड गयी की भैस को राष्ट्रीय पशु घोषित कर दिया जाए|

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बात तो बहुत पते की है| शेर को राष्ट्रीय पशु बना रखा है| किसी काम का है नहीं और आदमखोर हो जाए तो इंसान को खाए जाये| उस न कोई ३०२ की धारा लगती न जेल जाता| उसके मुलाब्ले भैस कितने काम की है| दूध देती है बच्चे से लेकर बूढ़े तक पीते है और जवान होते है| उसका बच्चा मर्द निकल जाए तो गाडी में जोत लो| और ठंठ (दूध देना बंद हो जाए) तो काट के उसे खाकर इंसान का भेट भरता है| शेर क्या करता है| न दूध देता है और न ही किसी गाडी में जोता जा सकता है| रजवाडो के जमाने में शेर शिकार के लिए होते थे| अब तो उसमे भी सजा हो जाती है| बेचारे सलमान तो हिरन के चक्कर में अदालत के फेरे लगा रहे है|
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तो बात भैस की हो रही थी| फेसबुक और चोरो से कमेंट आया और राय मांगी जा रही है की भैस को राष्टीय पशु घोषित कर दिया जाए| इसके लिए उत्तर प्रदेश की कैबिनेट में प्रस्ताव पास कर केंद्र को भेजा जाना चाहिए| और केंद्र अगर पास न करे तो चुनाव में बड़ा मुद्दा भी समाजवादी पार्टी के हाथ लग सकता है| इस पर विपक्षी ये कह सकते है की पहले राजकीय पशु घोषित करो|
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बात तो सही है| राष्ट्रीय पशु के लिए केंद्र की दिक्कत हो सकती है मगर राजकीय पशु घोषित करना तो अखिलेश और आज़म चचा के हाथ में है| पूर्ण बहुमत की सरकार है| और फिर कभी अखिलेश के पिताजी और समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव भैस चराया करते थे ऐसा मायावती भी कई बार खुलासा कर चुकी है| ऐसे में भैस को राजकीय पशु घोषित करके अल्पसंख्यको (आज़म खा) को खुश करने के साथ मुलायम सिंह की भैस को सम्मान हो जायेगा| भैस तबेले वाले लाखो वोटर सपा से जुड़ेंगे| एक निर्णय से कई फायदों की बात फेसबुक पर कही जा रही है|

एक भैस ने पुलिस से लेकर आज़म खा से लेकर मुलायम सिंह तक को चर्चा में ला दिया| शेर क्या ये कर पाता? शायद कभी नहीं| आज़ादी से आज तक शेर ने क्या दिया? भैस ने बहुत कुछ दिया| घर घर में दूध जायेगा| लोग कहेंगे राजकीय पशु का दूध पी रहे है| अखिलेश और आज़म खान की बदौलत जिस जानवर का दूध पीते है उसे सम्मान की द्रष्टि से देखा जायेगा और वोट बैंक का सीधा नाता समाजवादी पार्टी से हो जायेगा|