फर्रुखाबाद: राजेपुर क्षेत्र के अमृतपुर में बीती रात दबंगई को लेकर दो पक्षों में जमकर फायरिंग हुई। बीस साल पहले हुए एक क़त्ल की दहशत की आग अब तक सुलग रही है| देर शाम वो भड़क गयी और घात लगाकर गवाही देने वालो को जान से मारने की कोशिश की गयी| हत्यारोपी जमानत पर चल रहे है| फायरिंग दोनों पक्षो की ओर से की गयी| पुलिस ने दोनों पक्षो को हिरासत में लेकर लोहिया अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है| पुलिस का कहना है कि विवाद जमीनी है|
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देर शाम अमृतपुर में गोली लगने से शातिर अपराधी एवं पुलिस सब इंस्पेक्टर का भाई घायल हो गया। थाना अमृतपुर पुलिस ने अमृतपुर निवासी अल्लू उर्फ अलवर यादव पुत्र फेरु सिंह यादव एवं वर्षीय प्रताप सिंह यादव को रात 11 बजे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में दोनों पक्षो को हथकड़ी लगाकर रखा गया है|
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प्रताप ने बताया कि वह बीती रात खेत से घर जा रहे थे। रास्ते में विरोधियों ने घात लगाकर कई फायर किये। जिससे उसके चेहरे सहित शरीर में गोली के छर्रें लगे हैं। प्रताप ने बताया कि करीब 20 साल पहले उसके दाऊ के बेटे बादशाह की भाला भोक कर हत्या कर दी गई थी। इस मुकदमे में अलवर व उसके आठ साथियों को आजीवन कारावास हुआ था| विपक्षी डेढ़ साल से जमानत पर हैं। इसी मुकदमे में गवाही देने की रंजिश में मार डालने के लिए गोली चलायी गई। पुलिस ने मेरे युवा पुत्र जितेन्द्र को थाने में बिठा लिया है। पकड़े जाने के भय से कोई परिजन देखभाल करने नहीं आया। अलवर का आरोप है कि प्रताप का छोटा भाई अमर सिंह शाहजहांपुर में दरोगा है, जिसके कारण प्रताप का भतीजा दलवीर हमारी फसलें उजाड़ कर नुकसान करता है| इसी बात का विरोध किये जाने पर प्रताप व उसके साता आठ साथियों ने सुनियोजित ढंग से जानलेवा फायरिंग की। थानाध्यक्ष मुकेश यादव ने बताया कि दोनों पक्षों में जमीन का विवाद है। [bannergarden id=”17″]