फर्रुखाबाद: जिले भर में गणतंत्र दिवस के आयोजन हुए मगर कुछ ऐसे भी निकले जो अपनी हरकतो से बाज नहीं आये| ये वे लोग थे जिन्हे न लोक से मतलब है और न ही इसके तंत्र से| वेतन समय से न मिलने पर हड़ताल करना, अपने कर्त्तव्यों से कोई नाता न रखने वाले ऐसे सरकारी कर्मचारी हर जगह मिल जाते है| पूरे दिन झंडारोहण और मिष्ठान वितरण की खबरो के साथ उन्हें भी जानिए जो इस राष्ट्रीय पर्व से मुह मोड रहे और बंद दुकान खुलवाकर मौज मानते रहे|
सहकारी संघ लिमिटेड कमालगंज कार्यालय झंडारोहण के दिन भी नहीं खुला| सचिव प्रभु शरण सिंह राठौर कार्यालय की चाभी रखते है वे नहीं आये तो दफ्तर भी नहीं खुल सका| भला हो संघ के अन्य सदस्यो का जिन्होंने कार्यालय के बरामदे में कार्यक्रम का आयोजन कर झंडारोहण कर लिया| संघ के अन्य सदस्य अध्यक्ष जगदीश सिंह, उपाध्यक्ष और अन्य सदस्य अजहर सिंह, यदुनाथ प्रताप सिंह ने इस मामले में जिलाधिकारी को सम्बोधित एक पत्र सचिव के खिलाफ कार्यवाही के लिए लिखा है| सचिव प्रभु शरण सिंह राठौर पर आरोप है कि वे 2 अक्टूबर हो या 15 अगस्त वे किसी भी राष्ट्रीय पर्व पर कार्यालय में नहीं आते| उनके खिलाफ कार्यवाही के लिए अनुरोध किया गया है|
प्राथमिक विद्यालय पूरनपुर-
इस स्कूल के प्रधाध्यापक पंकज शर्मा सुबह सुबह 8 बजे स्कूल पहुचे| स्कूल खोला, रजिस्टर पर झंडारोहण की कार्यवाही लिखी और स्कूल बंद करके चले गए| न झंडारोहण हुआ और न ही बच्चो को मिठाई बाटी गयी| 9 बजे के बाद स्कूल की सहायक अध्यापिका अर्चना और शिक्षा मित्र बच्चो के साथ स्कूल पहुचे और दूसरी चाभी से स्कूल खोला| मगर न झंडारोहण और न ही मिष्ठान वितरण| सहायक अध्यापिका अर्चना ने बताया कि बजट न होने के कारण कोई मिष्ठान वितरण नहीं कराया गया और रही बात झंडारोहण की तो पिछली बार 15 अगस्त को समय से झंडारोहण करा दिया था और पंकज शर्मा देरी से स्कूल पहुचे तो उन्होंने बुरा भला कहा| लिहाजा न झंडारोहण और न मिष्ठान वितरण| पूरनपुर प्राथमिक स्कूल के बच्चो के लिए गणतंत्र दिवस सन्नाटे में रहा|
प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र दरौरा कमालगंज-
इस भवन में तो कबसे टला नहीं खुला| आज नहीं खुला तो शायद मुख्य चिकित्सा अधिकारी केलिए कोई खास बात नहीं होगी| जब जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी राकेश कुमार “सेव चाइल्ड गर्ल की रैली” एक दिन लेट निकाल खानापूर्ति का सकते है तो उनके विभाग के उस सरकारी कर्मचारी से क्या उम्मीद की जा सकती है कि प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र दरौरा कमालगंज खुला? जैसा राजा वैसी प्रजा|
इन सब उदाहरणों के बाबजूद जिले भर में गणतंत्र दिवस जोर शोर से मना| कुछ ने खानापूर्ति की तो कुछ ने मन से मनाया| लोकतंत्र को याद करने का दिन| सविधान को याद करने का दिन| सविधान के रचियता बाबा साहब आंबेडकर को याद करने का दिन| जिनके लिए इन सबके मायने है उनके लिए गणतंत्र दिवस वर्ना एक छुट्टी से ज्यादा कुछ नहीं| अभी तक जहाँ जहाँ की रिपोर्ट मिली है हो हाजिर है| अगली रिपोर्ट अगली खबर में..जारी