नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के दो मंत्री सोमनाथ भारती और राखी बिड़ला के कहने पर कार्रवाई नहीं करने वाले दिल्ली पुलिस के एक एसीपी और तीन एसएचओ को निलंबित करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गृह मंत्रालय के सामने धरना देने में कामयाब नहीं हो पाए। धरना देने के लिए जाते समय पुलिस ने केजरीवाल को रेल भवन पर ही रोक दिया। पुलिस ने उन्हें गणतंत्र दिवस की परेड का हवाला देते हुए आगे जाने देने से मना कर दिया है। इसके बाद केजरीवाल रेल भवन पर ही धरने पर बैठ गए।
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रेल भवन पर केजरीवाल ने भीड़ को संबोधित करते हुए पुलिस पर फिर हमला बोला। केजरीवाल ने कहा कि पुलिस ड्रग्स और सेक्स रैकेट के साथ है। यहां सीएम के कहने पर भी पुलिस का तबादला नहीं होता है। केजरीवाल ने कहा कि उनकी 10 दिन के धरना देने की योजना है। उन्होंने आम लोगों से भी धरना में शामिल होने की अपील की। अपने मंत्रियों का बचाव करते हुए केजरीवाल ने कांग्रेस और बीजेपी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां चाहती हैं कि मंत्री अपने घर में रजाई ओढ़कर सोते रहें। केजरीवाल ने कहा किदिल्ली पुलिस रेप रोकने में नाकाम है। जब दिल्ली का हाल ऐसा हो तो सीएम अपने दफ्तर में कैसे काम करता रह सकता है।
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इससे पहले धरने पर जाने से पहले केजरीवाल ने सचिवालय में अपने मंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद केजरीवाल और उनके मंत्री नॉर्थ ब्लॉक के लिए रवाना हुए। वहीं धरने के मद्देनजर गृह मंत्री सुशील शिंदे के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके अलावा इंडिया गेट जाने के सभी रास्ते भी बंद कर दिए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात हैं।
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धरना की इजाजत नहीं- शिंदे
वहीं गृहमंत्री सुशील शिंदे ने साफ कर दिया कि गणतंत्र दिवस की तैयारियों की मद्देनजर केजरीवाल को धरने की इजाजत नहीं दी जाएगी। साथ ही शिंदे ने कहा कि दिल्ली पुलिस दिल्ली सरकार के अधीन नहीं की जाएगी।
धारा 144 लागू
केजरीवाल के धरने को रोकने के लिए रविवार को ही दिल्ली पुलिस ने नई दिल्ली इलाके में धारा 144 लगा दी है। यानि संसद भवन के आसपास, नार्थ या फिर साउथ ब्लाक पर धरना प्रदर्शन पर रोक होगी। पुलिस के मुताबिक 19 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक ये आदेश जारी रहेगा।
सरकार-पुलिस आमने-सामने
दिल्ली की इतिहास में पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री अपने पूरे कैबिनेट और विधायकों के साथ पर धरना दे रहे हैं। केजरीवाल अपने दो मंत्री सोमनाथ भारती और राखी बिड़ला के कहने पर कार्रवाई नहीं करने वाले दिल्ली पुलिस के एसीपी और तीन एसएचओ को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने गृह मंत्रालय को आज सुबह दस बजे तक की समय सीमा दी थी।
दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस आमने-सामने है। केजरीवाल सरकार ड्रग माफिया और सेक्स रैकेट चलाने वाले लोगों और राजधानी में महिला को जलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने वाले एसीपी और एसएचओ को सस्पेंड करने की मांग पर अड़ी हुई है। हालांकि अरविंद ने इस धरने में आम जनता से शामिल नहीं होने की अपील की है।
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि महिला सुरक्षा के मुद्दे पर में अपने सभी मंत्री और विधायकों के साथ गृहमंत्रालय के बाहर धरने पर बैठूंगा। गणतंत्र दिवस की तैयारियों के चलते मैं आम जनता से अपील करता हूं कि कोई भी धरने पर न आए।
गृह मंत्री से मिलने से पहले सोमनाथ भारती और राखी बिड़ला मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल से मीटिंग कर चुके है। जिसमें दिल्ली पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी भी शामिल थे। इस मीटिंग के बाद उपराज्यपाल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने सरकार से दो टूक में पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई करने से मना कर दिया था। हालांकि उपराज्यपाल ने रिटायर जज से इस मामले की तीस दिन में जांच कराने की घोषणा की थी। यहां तक कि उपराज्यपाल ने भी केजरीवाल को धरना नहीं करने की हिदायत दी। लेकिन दिल्ली सरकार पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने पर अड़ी रही। वहीं गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे का कहना है कि मामले की जांच हो रही है इसलिए अरविंद केजरीवाल सब्र रखें।
4 मेट्रो स्टेशन बंद
हालांकि कल केजरीवाल ने अपने रुख में नरमी लाते हुए कम से कम इन एसएचओ के तबादले की मांग की है। लेकिन सूत्रों की मानें तो दिल्ली पुलिस इस मामले में किसी तरह की कार्रवाई करने के मूड में नहीं है। धरने को देखते हुए पटेल चौक, सेंट्रल सेक्रेटेरिएट, उद्योग भवन और रेस कोर्स रोड मेट्रो स्टेशन सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक बंद रहेंगे। वहीं पुलिस ने गाजियाबाद में स्थित सीएम केजरीवाल के घर के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है। आम आदमी पार्टी का आरोप है कि ये केजरीवाल पर दबाव बढ़ाने की कवायद है।