फर्रुखाबाद: कोई बच्चा विकलांगता का शिकार न हो इसके लिए पोलियो टीम को घर-घर भेजकर दो बूँद जिंदगी की खुराक पिलाए जाने का सरकारी तौर पर अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत रविवार को विकास कार्य न कराये जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने पोलियो टीम को बंधक बना लिया। जब इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को लगी तो उनके हाथ पैर फूल गए और मदद के लिए पुलिस को बुलाया गया। शहर कोतवाली पुलिस कड़ी मशक्कत के बाद दोनों कर्मचारियों को चार घंटे बाद छुटाने में सफल हो सकी।
कादरीगेट स्थित लकूला में जैसे ही पोलियो टीम के सदस्य एमपीडब्लू मनोज कुमार व ओमदीप गिहार बस्ती में पहुंचे। टीम को देखते ही चारों तरफ से घेर लिया और कहा आज तक यहां विकास कार्य नहीं कराया गया। इसलिए हम पोलियो दिवस का विरोध करते हंै वापस चले जाओ हम अपने बच्चों को पोलियो की खुराक नहीं दिलवाएंगे। जब उन्हें समझाने का प्रयास किया तो दोनों एमपीडब्लू को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और कहा कि विकास कार्य कराये जाने के बाद ही वापस जाने देंगे। स्वास्थ्य कर्मियों को जब इसकी सूचना मिली तो हडकंप मच गया और वह पुलिस बल के साथ एमओसी डाॅ0 अनुज त्रिपाठी मौके पर पहुंचे। एसमओसी ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया परन्तु ग्रामीण किसी की सुनने को तैयार नहीं हुए। काफी समझाने के बाद जब विकास कार्य कराये जाने का आश्वासन उच्च अधिकारियों द्वारा दिया गया तब जाकर चार घंटे बाद पोलियो टीम की रिहाई हो सकी। इस दौरान बड़ी संख्या में मुख्य मार्ग पर भीड़ एकत्रित हो गयी।
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