फर्रुखाबाद। रेलवे पेंशनर्स एसोसिएशन के 13वें वार्षिकोत्सव में कहा गया कि रेलवे पेंशनर्स अनुभवों को बांट कर समाज के निर्माण में अहम भूमिका निभाने का काम करें। इस मौके पर कहा गया कि पेंशनरों की जायज मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार होना चाहिए। वार्षिकोत्सव में पेंशन प्रकोष्ठ अलग से गठित करने की मांग उठाई गई।
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भोलेपुर स्थित एक गेस्टहाउस में हुए आयोजन के मुख्य अतिथि पूर्व न्यायाधीश ओपी दीक्षित, विशिष्ट अतिथि पूर्व सांसद चंद्रभूषण सिंह तथा यदुनंदन लाल गोस्वामी रहे। इस अवसर पर महासचिव रियाज अहमद फारुकी ने वार्षिक रिपोर्ट के साथ ही पेंशनरों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन पढ़कर सुनाया। पेंशनर को मिलने वाले चिकित्सा भत्ते में बढ़ोत्तरी, पेंशन निर्धारण में अनियमितता, मण्डल स्तर पर पेंशन हित प्रकोष्ठ की स्थापना करने की मांग उठाई। इसके साथ ही कम्युटिड पेंशन को 15 साल के स्थान पर 12 साल में पुर्नस्थापित करने, पेंशनर की मृत्यु के उपरान्त उनकी अविवाहित पुत्रियों, विकलांग पुत्रियों के पेंशन स्वीकृत के नियमों को सरल करने पेंशनर को आयकर में छूट दिए जाने, 50 प्रतिशत डीपी को बेसिक पेंशन में मिलाकर उस पर
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उपाध्यक्ष इंजीनियर अशोक मिश्रा ने कहा कि पेंशन कर्मचारियों का संवैधानिक अधिकार है जो अवकाश प्राप्त के बाद उनकी गाढ़ी मेहनत के फलस्वरूप दिया जाता है यह कोई खैरात नहीं है। पेंशनर समाज के वरिष्ठ नागरिक हैं उनकी आयु को देखते हुए ऐसा व्यवहार करना चाहिए जिससे उनकी प्रतिष्ठा बनी रहे। उन्होंने संगठन के स्थापना के उददेश्यों पर भी प्रकाश डाला और कार्यक्रम का संचालन किया। अध्यक्षता कर रहे हाजी एसएम रजा ने सभी का स्वागत करते हुए आभार व्यक्त किया। संगठन सचिव एनके भल्ला ने एकता पर बल दिया। कार्यक्रम में अतिथियों व पेंशनर को शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिक, समाजसेवी, रेलवे के अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित रहे। शेषनरायन सचान, राकेश सारस्वत, श्रीकृष्ण, बीरेन्द्र सिंह यादव, चंद्रशेखर मिश्रा, छंगेलाल, लालबहादुर मिश्रा, जलील अहमद, अफसर खां, राजकुमार, राधाकृष्ण, सूरज सिंह, सियाराम, आरए शुक्ला, मधु मित्रे, मीराकुमारी, रामदेव अवस्थी सहित तमाम पेंशनर उपस्थित रहे।
महंगाई राहत का भुगतान किए जाने जैसी तमाम मांगे उठाईं गईं।
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