पुलिस का खेल: इटावा की रसीद से हथियापुर में वाहन का चालान

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किताबों की दुकानों पर बिक रहीं चालान बुक

फर्रुखाबाद: वाहन चेकिंग की आड़ में वाहन चालकों से फर्जी रसीदों के नाम पर चल रहे अवैध वसूली के खेल का खुलासा हुआ है। खाकी वर्दी की आड़ में इस गोरखधंधे का खुलास तब हुआ जब एक भुक्तभोगी नं चालान की रसीद जेएनआई को दिखाई। मजेदार बात यह है कि काटी गयी रसीद पर स्‍थान हथियापुर और थाना नवाबगंज लिखा गया है। जबकि रसीद के ऊपर ‘पुलिस विभाग, उत्‍तर प्रदेश, जनपद-इटावा‘ छपा हुआ है। अब बेचारा भुक्‍तभोगी परेशान है कि वह अपने वाहन के कागज लेने के लिये कहां जाये।

वाहन चेकिंग के नाम पर आये दिन चौराहों तिराहों पर पुलिस के दरोगा को डंडा दिखा कर वाहन रोकने का नजारा आम है। वाहन चेकिंग के नाम पर जो कुछ होता है उसके विषय में तो जानकारी सभी को है। परंतु अब तो दूसरे जनपद की रसीदों तक से चालान काटे जा रहे हैं। सवाल यह है कि अब यह चालान रसीद फर्जी है या चालान काटने वाला। यह जांच का विषय हो सकता है परंतु स्थिति शोचनीय अवश्‍य है। पुलिस सूत्रों के अनुसार चालान की रसीद बुक आम तौर पर पुस्‍तक विक्रेताओं की दुकानों पर छपी छपाई मिल जाती हैं। परंतु टीएसआई गोपाल नरायन के अनुसार चालान बुक पुलिस अधीक्षक द्वारा छपवाई जाती हैं। इसके लिये बाकायदा शासन से बजट आता है। इस पर बाकायदा एमवी एक्ट की धारायें व उनके उल्‍लंघन के लिये निर्धारित जुर्माने की राशि भी अंकित होती है।

फिलहाल थाना मऊदरवाजा जिसके अंतर्गत हथियापुर आता है, के थानाध्‍यक्ष ने बताया कि रसीद उपनिरीक्षक राजकिशोर अवस्थी ने काटी है। वह इटावा से स्थानांतरित होकर आये थे। वहीं से चालान बुक ले आये थे। उनसे वह वापस करवा ली गयी है। उन्हें दूसरी रसीदबुक भी जारी कर दी गयी है। उन्हें निर्देश दे दिया गया है कि इस प्रकार की कोई भी घटना दोबारा नहीं होने पाये।

अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि घटना उनके संज्ञान में नहीं है। उन्‍होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।