नई दिल्ली। दिल्ली सरकार के पहले जनता दरबार में भारी अफरातफरी मच गई। हजारों की संख्या में जुटे लोग बस अरविंद केजरीवाल से मिलना चाहते थे। नतीजा ये हुआ कि भीड़ बेकाबू हो गई और बैरिकेडिंग पूरी तरह ध्वस्त। मौके की नजाकत को समझ केजरीवाल जनता दरबार से चले गए। लेकिन केजरीवाल इसे जनता का प्यार मानते हैं जिसके चलते वो भारी संख्या में जनता दरबार पहुंचे।
केजरीवाल ने कहा कि ये लोगों का प्यार है और इसलिए वो मिलने आ रहे हैं। बहुत सारे लोग आए थे आज, उन सबका बहुत बहुत धन्यवाद। जनता दरबार इस वजह से निकलना पड़ा, क्योंकि भगदड़ की समस्या हो सकती थी और मुझे लग रहा था कि कहीं कोई दब न जाए।
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जनता दरबार से वापस लौटे केजरीवाल ने कहा कि एक तो जनता की उम्मीदें बहुत ज्यादा है। इतनी ज्यादा भीड़ आएगी, इसका हमें अनुमान नहीं था। भीड़ बेकाबू होती जा रही थी इस वजह निकलना पड़ा। यहां एकदम से उफान आ गया था, क्योंकि मेरी टेबल औऱ चेयर पर भी लोग चढ़ गए थे। लोगों की उम्मीदें 10 गुना बढ़ गई है। जगह औऱ व्यवस्था की समस्या थी।
केजरीवाल ने कहा कि कई लोग ऐसे भी थे जो सिर्फ बधाई देने के लिए आए थे। सब लोग मुझसे मिलना चाह रहे थे। अभी एक– दो दिन जनता दरबार नहीं होगा। पहले व्यवस्था दुरुस्त करनी होगी। इस पर अफसरों से चर्चा करूंगा। देखते हैं कि क्या समाधान निकलता है। इंतजाम और बेहतर करने की जरूरत है।
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केजरीवाल ने कहा कि सरकारी कर्मियों की समस्याएं सबसे ज्यादा हैं। 70 फीसदी से ज्यादा शिकायतें सरकारी कर्मचारियों की ही थी। दूसरे नंबर पर पानी और तीसरे नंबर पर बिजली के बिल की समस्या थी। मैं लोगों को समझा भी रहा हूं औऱ लोग समझ भी रहे हैं।
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