चीनी मिल पर किसानों का धरना- सट्टापर्ची में धांधली

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कायमगंज: सट्टा पर्ची में धांधली को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसानों ने बुधवार को चीनी मिल स्थित जीएम कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि तराई क्षेत्र में गन्ना सट्टा पर्ची जारी नहीं की गई है। चीनी मिल में दलालों का बोलबाला है। इस दौरान किसानों ने जीएम मुर्दाबाद और चीनी मिल प्रशासन मुर्दाबाद की नारे भी लगाए।
Chini Mill Kaimganj Farrukhabad

भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने आज सुबह चीनी मिल पहुंच कर गन्ना किसानों के साथ मिलकर धरना दे दिया। पदाधिकारियों ने मांग की कि चीनी मिल की क्षमता बढ़ाई जाए। तराई क्षेत्र के गांव पचरौली महादेवपुर, चैखडिया, अहमदगंज, पचरौली व कुआंखेडा आदि गांवों में अभी तक कोई भी सट्टा पर्ची जारी नहीं की गई। जिससे किसानों की फसल खेतों में सूख रही हंै। उन्होंने सीसीओ ज्ञानसिंह यादव पर ने आरोप लगाया कि वे अपने मनमाने ढंग से किसानों को सटटा पर्ची जारी कर रहे हैं। सट्टा पर्ची के नाम पर ग्रामसेवक जयदीप द्वारा मुन्नालाल, चुन्नालाल पुत्रगण सोनेलाल निवासी पचरौली, रामसिंह पुत्र कंुवर सिंह निवासी सिनौली से ग्रामसेवक ने नया सहा बनबाने के नाम पर एक हजार रुपये प्रति व्यक्ति लिया है परन्तु अभी तक पर्चियां नहीं भेजी गयीं। किसान यूनियन ने कहा कि चीनी मिल दलाल सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं जिससे किसानों को भारी क्षति हो रही है। भाकियू कार्यकर्ताओं ने चीनी मिल जीएम आरके जैन को एक ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने जल्द से जल्द किसानों की सट्टा पर्चियां वितरित किये जाने की मांग की है। इस दौरान जिलाध्यक्ष अरविन्द सिंह शाक्य, नगर अध्यक्ष चन्द्रसिंह जाट, मुन्नालाल सक्सेना, लक्ष्मीशंकर जोशी, रूपा सिंह, नेकसे लाल, पातीराम शाक्य, रामनिवास, महेन्द्र सिंह सहित तमाम भाकियू कार्यकर्ता तथा गन्ना किसान मौजूद रहे।

जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी-जीएम
कायमगंज। भाकियू का ज्ञापन लेने पहुंचे जीएम आरके जैन ने किसानों से कहा कि चीनी मिल की क्षमता बढाने के लिए शासन को पहले ही लिखा जा चुका है। वहीं शासन कायमगंज व बदायूं चीनी मिल की क्षमता बढाने के लिए विचार कर रहा है। उन्होंने दलालों के बारे में कहा कि जिन किसानों के पास गन्ना नहीं है और उनके नाम पर्ची जारी हो गई है ऐसे किसानों का नाम बताया जाए। मैं इसकी जांच करवाकर सख्त कार्रवाई करूंगा। उन्होंने कहा कि ग्राम सेवक डीएम के अधीन होते हैं। सर्वे गन्ना अधिकारी करवाते हैं।

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