फर्रुखाबाद: जनपद की स्थापना के 300 साल पूरे होने का जश्न धूमधाम से मनाया जायेगा| इस दौरान हर वर्ष की तरह मनाये जाने वाला फर्रुखाबाद महोत्सव भी कई मायनो में ऐतिहासिक होने जा रहा है| महोत्सव को सियासी अखाडा बनने से रोकने के लिए कार्यक्रम का उद्घाटन और समापन भी कोई राजनेता नहीं करेगा| जिलाधिकारी ने ऐतिहासिक स्थलो को इस दौरान रोशन करने का वादा भी महोत्सव के आयोजको से किया है| कवि सम्मेलन और मुशायरा एक मंच पर होंगे| महोत्सव में प्रतिदिन जिलाधिकारी पवन कुमार भ्रमण करेंगे और निगरानी रखेंगे| हालाँकि महोत्सव का आमंत्रण पत्र हर साल की भाति सियासी नामो से भरा पड़ा है बस सत्तारूढ़ सरकार के हिसाब से नाम और रंग बदल गया है|
प्रेस वार्ता करते कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सपा नेता डॉ जितेन्द्र यादव, कांग्रेसी नेता अनिल मिश्रा, आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ रामकृष्ण राजपूत और जॉइंट मेजिस्ट्रेट अंकित अग्रवाल ने बताया कि जिलाधिकारी ने सरकार द्वारा महोत्सव को आर्थिक सहायता देने के लिए प्रस्ताव भेजने का आश्वासन दिया है| जिलाधिकारी ने विशेष रूप से महोत्सव के दौरान सभी ऐतिहासिक स्थलों को रोशन करने के लिए भी कहा है| महोत्सव में सभी विभागों को अपने प्रदर्शनी और खरीद बिक्री स्टाल लगाने के लिए कहा गया है ताकि सरकारी योजना का प्रचार प्रसार भी हो सके| वहीँ उत्तर प्रदेश के गीत एवं नाट्य प्रभाग ने ६ कार्यक्रमों के आयोजन के लिए अपनी संस्तुति सरकारी खर्चे पर भेज दी है| कासगंज की जगदम्बा जागरण मंच की टीम नृत्य एवं मनोरंजन के माध्यम से जागरूकता फैलाने का काम भी करेगी|
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उद्घाटन और समापन में सियासी दखल नहीं-
पहली बार होगा कि फर्रुखाबाद महोत्सव के उद्घाटन और समापन किसी सियासी व्यक्ति से न कराकर अन्य गणमान्य वक्तियो द्वारा किया जायेगा| उद्घाटन मंडलायुक्त कानपुर महेश गुप्ता और समापन मशहूर शायर और गीतकार अनवर करेंगे| गीतकार/शायर अनवर का फिल्म तहलका के लिए लिखा गया गीत- “दिल दीवाने का डोला दिलदार के लिए” बहुत मशहूर हुआ था|