नई दिल्ली। सभी 18 मांगों पर कांग्रेस से समर्थन मिलने के बावजूद आम आदमी पार्टी दिल्ली में सरकार बनाने से बचती दिख रही है। मंगलवार को पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति और उसके बाद विधायकों की बैठक में सरकार बनाने अथवा न बनाने पर फैसला होना था लेकिन पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने साफ कर दिया कि पार्टी कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाए अथवा न बनाए इस सवाल को लेकर जनता की राय मांगी जाएगी और सोमवार को जनता की राय के आधार पर ही कोई फैसला लेगी।
केजरीवाल ने जनता की राय मांगने के लिए दिल्ली की जनता के नाम 25 लाख चिट्ठियां लिखी हैं। इसमें उनसे एसएमएस और फोन कॉल के जरिए अपनी राय बताने को कहा गया है। इसके लिए चिट्ठी में एक नंबर 08806110335 भी दिया गया है। इसके अलावा फेसबुक और पार्टी की वेबसाइट पर जाकर भी जनता अपनी राय दे सकती है।
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अपने इस कदम को दूसरी पार्टियों द्वारा नौटंकी करार देने के जवाब में केजरीवाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि दूसरी पार्टियां भी ऐसी नौटंकी करें। लोकतंत्र में जनता सर्वोपरि होती है। जो भी कदम उठाया जाए जनता से पूछकर ही उठाया जाए। पार्टी के सामने सवाल यही है कि जिस पार्टी के खिलाफ चुनाव लड़कर जीते उसी के समर्थन से भला सरकार कैसे बनाएं।
जनता के नाम लिखी चिट्ठी में केजरीवाल ने विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से अब तक के पूरे घटनाक्रम का ब्यौरा दिया है। कांग्रेस-बीजेपी को चिट्ठी लिखने और उन चिट्ठियों पर इन दलों की प्रतिक्रिया से भी अवगत कराया है। केजरीवाल ने कहा कि मीडिया में कहा जा रहा है कि आप सरकार नहीं चला सकती है और जिम्मेदारी से भाग रही है। ये गलत है। आप ने पूरी जिम्मेदारी के साथ घोषणापत्र बनाया है और उसे बखूबी लागू करके दिखा सकती है।