FARRUKHABAD : जनतंत्र मोर्चा ने बालकिशन हजारे अन्ना के आह्वान पर जनलोकपाल बिल संसद के शीतकालीन सत्र में ही लाने व उसे पारित करवाने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव व उनके साथियों ने शुरू कर दी और डीएसओ कार्यालय के सामने अनशन पर बैठ गये।
इस दौरान द्वारिका प्रसाद आर्य ने कहा कि हम लोग अन्ना के समर्थन में जब तक डटे रहेंगे जब तक इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकलेगा। क्योंकि हमारा कोई व्यक्तिगत स्वार्थ नहीं है। जन लोकपाल बिल इस देश की एक लोकप्रिय मांग है।
योगेन्द्र यादव ने कहा कि लेखपाल गरीबों को अमीरी प्रमाणपत्र एवं अमीरों से रिश्वत लेकर उन्हें गरीबी प्रमाणपत्र जारी कर रहे हैं। पुलिस अपने को नौकर के बजाय मालिक बन जनता को धौंस दिखा रही है। भट्ठा मजदूरों, खेत मजदूरों व आलू मिल मजदूरों को बीपीएल राशनकार्ड नहीं जारी किये जा रहे हैं। ऐसे में भुखमरी से बेहतर है कि जन लोकपाल के लिए भूख हड़ताल में शामिल हों।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
संजेश यादव ने कहा कि दलितों, मजदूरों व कमजोर वर्ग का शोषण हो रहा है। दलितों, मजदूरों, गरीबों को भुखमरी से बचाने के लिए बांटा जाने वाला पुष्टाहार डीपीओ, सीडीपीओ तथा सुपरवाइजरों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते खुलेआम गांवों में थोक के भाव में बेचा जा रहा है। जिसकी कीमत 250 रुपये प्रति बोरी चल रही है।
रमेशचन्द्र राजपूत ने कहा कि गांवों में पेयजल के लिए पर्याप्त नलों की व्यवस्था की जाये। हर गांव में खड़जा बिछवाया जाये, ग्राम प्रधानों की मनमानी पर जनता रोक लगाये।