एक और लैटर बम- लेखपाल की नौकरी पर बन आयी तो SDM पर लग गया रेप का आरोप!

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Letter Bombफर्रुखाबाद: बिना सरकार से अनुमति और छुट्टी लिए विदेश यात्रा में थाईलैंड में सैर सपाटा और कई धोखाधड़ी में एक साथ फसते नजर आये तो लेखपाल पलटवार अपने अधिकारी पर ही कर बैठे| फर्रुखाबाद सदर के एसडी एम् राकेश पटेल के खिलाफ एक महिला के नाम से रेप का आरोप लगाकर जिलाधिकारी को न्याय के लिए पत्र दिया गया| जाँच एसपी ने अपर पुलिस अधीक्षक को सौप दी है| मगर शिकायत कर्ता महिला माधुरी पत्नी स्व जितेन्द्र का न तो पता लिखा है और न ही सही फोन नंबर| पुलिस शिकायत को संदिग्ध मान रही है| उधर एस डी एम् राकेश पटेल का कहना है कि उन पर पेशबंदी के तहत एक लेखपाल और उनके कुछ साथियो ने कुचक्र तैयार किया है जिसे कई धोखाधड़ी और अनुचित कार्यो में लिप्त होने की शिकायत पर आरोप का जबाब देने को नोटिस दिया गया है|

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धिलावल गाँव के आसपास की कृषि भूमि को आबादी भूमि में इंद्राज कराने के लिए लेखपाल ने रिपोर्ट लगाकर एस डी एम् से आर्डर कराने का कुचर्क रचा| जब राकेश पटेल ने मौके पर भौतिक सत्यापन किया तो भूमि में हरे पेड़ खड़े (बाग़) पाए गए| आरोप है है नगर में एक बड़ी हस्ती का मामला है जिसमे चर्चा है कि लाखो रुपये की डील हुई फर्जी काम के लिए मगर एस डी एम् ने हस्ताक्षर से मना कर दिया| उधर इस चर्चित लेखपाल के खिलाफ समय समय पर साल में कई बार रिश्वत लेकर आय जाति और निवास प्रमाण पत्रो पर रिपोर्ट लगाने के आरोप जनता ने डीएम दरबार में लगाये मगर उसकी कोई न तो जाँच का नतीजा निकला और न ही कोई कार्यवाही हुई| एस डी एम् साहब के अनुसार ये लेखपाल पहले भी ससपेंड हो चुका है| बढ़पुर में एक तालाब पर कब्ज़ा करा देने के मामले में इसके सहित 4 अन्य लेखपालो पर एक साथ 5 वेतन वृद्धि भी रोकने के आदेश हुए थे| मामला इस बार गम्भीर लगता है| लेखपाल के खिलाफ सबूत इतने पक्के और मजबूत है कि अफसर और नेता ईमानदारी से काम किये तो लेखपाल साहब की नौकरी तो गयी समझो| इसी सब से बचने के लिए एसडीएम् राकेश पटेल की मानहानि करने और फर्जी फ़साने के उद्देश्य से ये षड्यंत्र रचा गया है| जनाब अगस्त 2012 में बिना सरकार से अनुमति लिए और बिना छुट्टी लिए थाईलैंड का भ्रमण कर आये| कई शिकायतो के आरोपो पर जबाब से बचने का तरीका हो सकता है ये एस डी एम् पर नया लैटर बम का हमला|
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५- करिश्मा यूपी के लेखपाल का- रिश्वत नहीं मिली तो मकान मालिक को लापता कर दिया
६- गंभीर आरोप:- 1000/- की रिश्वत में लेखपाल जारी करते है मनमाफिक आय प्रमाण पत्र
७- आम आदमी पार्टी ने खोला DSO और भ्रष्ट लेखपालो के खिलाफ मोर्चा, डीएम को सौपे घूसखोरी के सबूत
८- घूस का आरोपी लेखपाल सपाइयों की शरण में
९- आय प्रमाणपत्र के लिये लेखपाल की घूंस जुटाने को विधवा की बेटी ने कुंडल गिरवीं रखे
१०- लेखपाल चंद रुपयों के लिए तहसीलदार तक को फंसाने से नहीं चूक रहे

वैसे फर्रुखाबाद में एक बड़े नेता, अफसर और पत्रकार इस प्रकार के कुचक्रो के चक्कर में परेशान हो चुके है जिसमे रेप का आरोप लगता है| ये मामले 156 के तहत अदालत में दर्ज कराये गए थे| इन पर आज तक कोई नतीजा नहीं निकला है| वैसे इस नए मामले में अभी कुछ साफ़ नहीं कहा जा सकता जब तक पुलिस अपनी जाँच रिपोर्ट नहीं सौप देती| वैसे पुलिस के लिए जाँच का बड़ा विषय रेप के आरोपो की पुष्टि से पहले महिला को तलाशना है| एक चिट्ठी जो अब प्रशासनिक अमले से लेकर मीडिया में किसी लेटर बम से कम नहीं है इस सप्ताह की चर्चा में हिट लिस्ट में है|

शिकायत करने वाली महिला ने अपना पता लिखा ही नहीं है| सम्पर्क के लिए जो मोबाइल नंबर प्रार्थना पत्र में लिखा है वो भी फतेहपुर जनपद के खागा में किसी ठेकेदार के पास है| अब पुलिस जाँच करे तो किसकी| सुबह कुछ मीडिया कर्मिओ को महिला से मिलवाने के लिए लेखपाल ने सम्पर्क किया| मगर जब एक के साथ कई पत्रकार पहुच गए तो मामला बिगड़ गया| यह लेखपाल आमतौर पर जो सत्ता में होता है उस नेता के घर के चक्कर लगाने लगता है| कुछ महीने पहले इसी लेखपाल के खिलाफ तहसीलदार सदर ने कार्यवाही के लिए एसडीएम को लिखा था मगर तब एस डी एम् राकेश पटेल ने ही माफ़ करते हुए कोई कार्यवाही नहीं की थी| अब विदेश यात्रा वाले इसी लेखपाल ने एस डी एम् को सबक सिखाने के लिए उनके चरित्र हनन करने के लिए कुचक्र रचा है ऐसा आरोप खुद एस डी एम् राकेश पटेल लगा रहे है| पुलिस कप्तान का भी कहना है कि शिकायती पत्र प्रथम दृष्टया में पेशबंदी के तहत दिया गया लगता है फिर भी जाँच करायी जा रही है|