FARRUKHABAD : बीते सात माह से मानसिक रूप से विक्षिप्त चल रही विवाहिता का भूतहा चक्कर की आशंका के चलते एक तांत्रिक के पास इलाज चल रहा था। शनिवार शाम विवाहिता ने अचानक कमरे में घुसकर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। पत्नी को बचाने के चक्कर में युवक भी झुलस गया।
थाना मऊदरवाजा क्षेत्र के ग्राम जसमई निवासी मुकेश की 25 वर्षीय पत्नी रुचि बीते जून माह से मानसिक रूप से विक्षित थी। उसे कई तांत्रिकों को दिखाया गया। डाक्टरों से भी उपचार कराया जा रहा है। वर्तमान में कुछ लोगों के कहने से मुकेश घटियाघाट स्थित एक तांत्रिक के आश्रम से पत्नी का इलाज करा रहा था। तांत्रिक का कहना था कि आश्रम में पांच हाजिरी लगाने के बाद उसकी पत्नी का भूतहा चक्कर दूर हो जायेगा।
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फिलहाल अभी दो हाजिरी ही लग पायी थी कि शनिवार शाम मुकेश की पत्नी रुचि ने मौका देखकर कमरे में रखा मिट्टी का तेल ऊपर डाल लिया। मुकेश उस समय घर के बाहर जानवरों को चारा खिला रहा था। चीख पुकार सुनकर मुकेश को घटना की जानकारी हुई तो पत्नी रुचि को बचाने के लिए दौड़ा तब तक रुचि धूं धूं कर जलने लगी। पत्नी बचाने के चक्कर में मुकेश भी बुरी तरह झुलस गया। दोनो को उपचार हेतु लोहिया अस्पताल पहुंचाया। हालत गंभीर होने पर लोहिया अस्पताल से रिफर कर दिया गया। परिजनों ने उसकी पत्नी को आवास विकास के एक प्राइवेट नर्सिंगहोम में भर्ती कराया।