FARRUKHABAD : आरटीआई एक्टिविस्ट एवं रिटायर्ड शिक्षक एनुल हसन बीते कई दिनों से पैगामे हक मुस्लिम मैनारिटी एजूकेशन सोसाइटी राजेपुर सरायमेदा के संचालक मोहम्मद अहसन के भ्रष्टाचार को उजागर करने की मुहिम छेड़े हुए है। जिसमें एक ही जमीन व बिल्डिंग पर एक से ज्यादा शिक्षण संस्थाओं का खुलासा भी शिक्षा अधिकारियों द्वारा किया जा चुका है। लेकिन इसके बावजूद भी एफआईआर दर्ज नहीं करायी गयी। बीते तीन दिनों से एनुल हसन अनशन कर एफआईआर की मांग कर रहे थे। मंगलवार को कार्यवाही का आश्वासन देकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अनशन समाप्त करा दिया।
एनुल हसन का कहना है कि भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद भी शिक्षा अधिकारी मदरसा संचालक मोहम्मद अहसन पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीसरी बार अनशन करने के बाद मदरसा संचालक व उसके भाई मारने की धमकी तक दे रहे हैं। इसके अलावा बलात्कार इत्यादि को लगवाने की भी धमकी दी जा रही है।
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उन्होंने कहा कि विरोधी पक्ष द्वारा उनके ऊपर झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं। उनकी जांच करा ली जाये, यदि वह दोषी हों तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाये। मंगलवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र शर्मा ने एनुल हसन को समझा बुझाकर अनशन समाप्त करा दिया। उन्होंने कहा कि मदरसा संचालक के फर्जीबाड़े की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गयी है। आदेश मिलते ही कड़ी कार्यवाही की जायेगी।