FARRUKHABAD : बीते दिनों पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस राजेन्द्र कटियार की पुत्रवधू के गर्भ में शिशु की मौत हो जाने के बाद दर्ज हुई एफआईआर की विवेचना कर रहे विवेचक व प्रसूता के परिजन सोमवार को सिटी अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल प्रशासन ने टेक्नीकल दावपेंच समझाकर फुटेज देने से मना कर दिया। जिस पर अब मामला उलझता नजर आ रहा है। प्रसूता के पति ने कहा है कि साक्ष्य मिटाने के मामले में वह अस्पताल के एमडी के खिलाफ कोतवाली में शिकायत करेंगे।
पूरी घटना की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक सुबोध उपाध्याय के साथ प्रसूता के पति विजय कटियार आदि सिटी अस्पताल पहुंचे। विवेचक ने पहले डाक्टर विपुल अग्रवाल से आधा घंटे बातचीत की और इसके बाद अस्पताल के एमडी अजीत गंगवार से पूछताछ की गयी। लेकिन अस्पताल प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देने से यह कहकर इंकार कर दिया कि सीसीटीवी की रिकार्डिंग तीन दिनों बाद समाप्त हो जाती है।
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अस्पताल प्रशासन द्वारा सीसीटीवी का फुटेज न देने से अब विवेचना में ब्रेक लगता नजर आ रहा है। वहीं पुलिस को अब तक डा0 विपुल अग्रवाल, डा0 सिम्मी अग्रवाल, अस्पताल की नर्स संगीता, रत्नेश व कम्पाउंडर कुलदीप के फोन की काल डिटेल अभी तक उपलब्ध नहीं हो पायी है। पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेन्द्र कटियार के पुत्र विजय कटियार ने कहा है कि साक्ष्य मिटाने का प्रयास अस्पताल के एमडी कर रहे हैं। उनके खिलाफ कोतवाली में साक्ष्य मिटाने के मामले में तहरीर दी जायेगी। वहीं घटना की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक सुबोध उपाध्याय ने बताया कि अस्पताल में तीन दिन का समय मांगा गया है। फिलहाल विवेचना चल रही है। विवेचना पूर्ण होने पर दोषियों पर कार्यवाही की जायेगी।