दिल्ली: इंडियन रेवेन्यू सर्विस (आईआरएस) एसोशिएशन ने आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर बताया है कि तकनीकी तौर पर वह कभी भी इनकम टैक्स कमिश्नर नहीं रहे।
विभाग, संगठन की छवि खराब होती है
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में कहा कि उन्होंने इनकम टैक्स कमिश्नर बनकर करोड़ों रुपये कमाने के बजाय सामाजिक सेवा करने को चुना। एसोसिएशन ने पत्र में लिखा है कि आप के ऐसे बयानों से ‘बेकार में इस बेहतरीन सेवा की छवि खराब हो रही है।’
आपके बैच के लोग अब तक कमिश्नर नहीं बने
आईआरएस एसोसिएशन ने केजरीवाल को लिखे दो पन्ने के पत्र में कहा है कि आपके बयान के उलट, आपने कभी भी कमिश्नर के रूप में काम नहीं किया है। यही नहीं आपके बैच में किसी को अब तक इनकम टैक्स कमिश्नर के रूप में प्रमोट नहीं किया गया है।
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एसोसिएशन ने अपने पत्र में खास रूप से जिक्र किया है कि आपका यह बयान जिसमें आपने कहा था कि कमिश्नर के रूप में मैं करोड़ों रुपये कमा सकता था और लाल बत्ती वाली गाड़ी में घूम सकता था। लेकिन मैंने वह नौकरी छोड़ दी और राष्ट्र की सेवा करने के लिए आगे आया।
चिट्ठी में लिखा गया है कि आपका ऐसा बयान यह बता रहा है कि पूरा विभाग ही खराब है। ऐसे बयान से पूरे विभाग को दुख और पीड़ा हुई है।
आपकी पत्नी आज भी आईआरएस परिवार का हिस्सा
चिट्ठी में आगे लिखा गया है कि एसोसिएशन आपको याद दिलाना चाहता है कि कोई भी संगठन या विभाग भ्रष्ट या ईमानदार नहीं होता है, बल्कि वहां काम करने वाला व्यक्ति ऐसा होता है। केजरीवाल को यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पत्नी इसी आईआरएस परिवार में आज भी काम करती हैं।
हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप इस तरीके के सार्वजनिक और प्रिंट या इलेक्ट्रानिक मीडिया में बयान ना दिया करें। वरना, हमें अपनी छवि को धूमिल होने से बचाने के लिए उचित कदम उठाना पड़ेगा।
पूरे भारत भर में आईआरएस के अभी 4000 से ज्यादा सदस्य और अधिकारी हैं।