लखनऊ: कन्या विद्याधन योजना में अब छात्राओं को 20 हजार रुपये दिए जाएंगे। पहले इस योजना में 30 हजार रुपये दिने की व्यवस्था थी। इस योजना के लिए 35,000 रुपये सालाना सकल आय वाले परिवार की छात्राएं ही पात्र होंगी। गरीबी की रेखा के नीचे की छात्राओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
इन छात्राओं को मिलेगा पैसा
इसके लिए वर्ष 2013 की माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट परीक्षा पास और हाईस्कूल के बाद दो वर्षीय डिप्लोमा व आईटीआई पास करने वाली छात्राएं पात्र होंगी। इस बार 4,45,499 छात्राओं को कन्या विद्याधन देने का लक्ष्य रखा गया है।
आवेदन 31 दिसंबर तक लिए जाएंगे। इस संबंध में मुख्य सचिव जावेद उस्मानी से अनुमति के बाद सचिव माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने सोमवार को शासनादेश जारी कर दिया है।
कन्या विद्याधन योजना के लिए जिलेवार आवेदन लिए जाएंगे। इसके लिए दो प्रमुख समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कराया जाएगा। आने वाले आवेदनों पर विचार के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटियां बनाई जाएंगी।
[bannergarden id=”8″][bannergarden id=”11″]
इसमें सीडीओ, वरिष्ठ अपर जिलाधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिलापूर्ति अधिकारी, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, राजकीय इंटर कॉलेज का प्रधानाचार्य, वित्त विहीन स्कूल का एक प्रधानाचार्य सदस्य तथा डीआईओएस सदस्य सचिव होंगे।
चयनित छात्राओं को कन्या विद्याधन का पैसा राष्ट्रीयकृत बैंकों में खोले गए खाते में सीधे दी जाएगी या फिर जिले का प्रभारी मंत्री कार्यक्रम आयोजित कर एकाउंट पेयी चेक या ड्राफ्ट पात्रों को बांटेगा।
इस योजना का लाभ छात्रवृत्ति या अन्य योजना से प्राप्त होने वाले लाभ से अतिरिक्त होगा। पात्रों को चयनित करने के लिए छात्राओं के परिवारों की आय को आधार मानते हुए आरोही क्रम में सूची बनाई जाएगी।
जिलाधिकारियों को निर्देश आदेश दिया गया है कि आय प्रमाण पत्र बनवाने में अभिभावकों को किसी तरह से परेशानी नहीं होनी चाहिए।
कैसे होगा आवेदन
प्रदेश स्तर पर दो प्रमुख हिंदी अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित कराए जाएंगे। आवेदन पत्रों को इंटर पास करने वाले कॉलेज या पॉलीटेक्निक व आईटीआई के प्रधानाचार्य से संस्तुति कराते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जमा करना होगा।
आवेदन पत्र के साथ शैक्षिक प्रमाण पत्र व आय प्रमाण पत्र को प्रमाणित करते हुए लगाना होगा। डीआईओएस प्राप्त आवेदन पत्रों की कंप्यूटरीकृत सूची तैयार कराएगा, जिसे जांच के दौरान दिखाना होगा।