प्रधानी चुनावी रंजिश में फायरिंग, ४ महिलायें घायल व पीएसी तैनात

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फर्रुखाबाद|| प्रधानी चुनाव की रंजिश में रुतवे व् खिसियाहट को लेकर हिंसक घटनाएं बढ़ रही हैं| आज ब्लाक बढपुर कोतवाली फर्रुखाबाद के ग्राम अमेठी जदीद में प्रधानी चुनाव की रंजिश को लेकर जबरदस्त संघर्ष हुआ| लाठी, डंडा व् टकोरों से हमला करने के बाद फायरिंग किये जाने से सनसनी फ़ैल गयी|

गाँव के मुफीद खान बीते दिन पहली बार ही प्रधानी का चुनाव जीते जिसके कारण उनके समर्थकों के हौंसले बुलंद हैं| उधर ८३ वोटों से चुनाव हारने वाले इदरीश खां को काफी मलाल था| मुफीद समर्थकों के साथ जुलूस निकालकर इदरीश की दूकान के सामने जबर्दस्त नारे वाजी कर रहे थे| तभी सुबह ८:३० बजे दोनों पक्ष आपस में भिड गए| जिसको जो जहां मिला उसकी जमकर पिटाई कर दी| रुतवा कायम करने के लिए जवावी फायरिंग के बाद पथराव भी किया गया| सूचना मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक बीके मिश्र, इन्स्पेक्टर क्रष्ण कुमार ने जांच-पड़ताल की| पुलिस ने पूर्व प्रधान इदरीश हाजी नफीसुल, पप्पू, रुक्सार, रिंकू तथा प्रधान पक्ष के बड़ा बंगसपुरा निवासी हाजी असफाक आदि को हिराशत में ले लिया|


हाजियों को कार्यालय में बिठाकर अन्य को हवालात में बंद किया गया| हमले में प्रधान मुफीद के भाई मोईन की पत्नी नर्गिस उर्फ़ गुढ़िया बहन तूवा व् अरसी लहूलुहान हो गयीं| जिन्हें वाहन से कोतवाली व् लोहिया अस्पताल ले जाकर डाक्टरी परीक्षण कराया गया| मुफीद ने बताया कि उनकी पत्नी अख्तर जहां उर्फ़ रानी की डिलीवरी होने वाली है| हमले में गिर जाने के कारण उनके भी अंदरूनी चोट लगी है| गोली लगने से सैंट्रो कार का शीशा टूट गया मै और मेरे समर्थक बाल-बाल बच गए| मै सुबह समर्थकों को बधाई देने जा रहा था| रास्ते में इदरीश ने अपनी दुकान के पास अचानक हमला कर दिया| शोर मचाने पर मोहल्ले वालों ने मुझे बचाया उसी समय कुछ लोगों ने घर में घुसकर धारदार हथियारों से महिलाओं पर हमला कर दिया|

इदरीश ने आरोप लगाया कि चुनाव जीतने की खुशी में मुफीद ने हमला कर फायरिंग की| हाजी असफाक ने बताया कि मै मुफीद को खुशी में हार पहनाने गया था| मोती महल मस्जिद के पास मेरी परचून की दुकान है| गाँव में संघर्ष के दौरान कथित पत्रकार भी वहा पहुँच गया जिसकी ग्रामीणों ने पिटाई कर दी पुलिस ने उसे भी हवालात में बंद कर दिया| गाँव में कादरीगेट व् घटियाघाट चौकी इन्चार्जों के अलावा पीएसी फ़ोर्स तैनात कर दी गयी|भयभीत ग्रामीण घरों में ही दुबक गए| बहुत से गाँव छोंड़कर ही चले गए गाँव में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल दिखाई पडा|

चुनाव की रंजिश में फायरिंग हो जाने के कारण इन्स्पेक्टर क्रष्ण कुमार आपे से बाहर हो गए| उन्होंने झगडा करने वालों को जमकर गरियाया| प्रधान मुफीद की घायल परिजनों की पैरवी में पहुंचे व्यापारी नेता फुरखान अहमद आदि के साथ बदसलूकी की|