FARRUKHABAD : समाजवादी पार्टी आगामी 26 नवम्बर को होने वाले सफाई मजदूर सम्मेलन में कर्मचारियों की एक लाख पदों पर भर्ती की घोषणा करेंगे। यह जानकारी राज्य मंत्री व उत्तर प्रदेश सपाई मजदूर संघ के प्रांतीय अध्यक्ष जुगल किशोर बाल्मीक ने पत्रकारों को दी।
जनपद पहुंचे राज्य मंत्री जुगल किशोर बाल्मीक ने टाउनहाल पहुंचकर सफाई मजदूरों व अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद राज्य मंत्री ने बताया कि बीते 19 साल से सफाई मजदूरों के सुधार के लिए प्रयास नहीं किये गये। उन्होंने कहा कि संविदाकर्मी तीन हजार रुपये में नौकरी करता है। इस मानदेय को भी मुख्यमंत्री रैली के दौरान 14 हजार करने की घोषणा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बीते समय में सीवर सफाई कर्मचारियों को उपकरण नहीं दिये जाते थे। लेकिन अब सीवर सफाई कर्मचारियों को उपकरण मुहैया कराये जायेंगे। यदि ऐसा नहीं हुआ तो सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
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उन्होंने कहा कि मायावती सरकार ने बाल्मीक समाज को बीते पांच वर्षों के दौरान नुकसान ही पहुंचाया है। समाजवादी पार्टी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 26 नवम्बर को झूलेलाल पार्क, हनुमान सेतु लखनऊ में सफाई मजदूर रैली की घोषणा की है। जिसमें सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, नगर विकास मंत्री आजम खां, लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव, पंचायती राज मंत्री बलराम सिंह यादव आदि शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पूरे प्रदेश की आबादी बढ़ी है। जिससे सफाई कर्मियों की संख्या में इजाफा करने के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आगामी 26 नवम्बर को होने वाली रैली में एक लाख नये पदों पर भर्ती की घोषणा करेंगे।
अपनी जगह दूसरों से सफाई कराने वाले सफाई कर्मचारियों पर होगी कार्यवाही
राज्यमंत्री जुगल किशोर बाल्मीक ने बताया कि पिछली मायावती सरकार में ग्राम पंचायत स्तर पर की गयी सफाई कर्मचारियों की भर्तियों में बड़ी धांधली चल रही है। अधिकतर लोग अपनी जगह पर कुछ रुपये देकर बाल्मीक समाज के लोगों से सफाई कराकर सरकार द्वारा मिलने वाले मानदेय को हजम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शासन की इस पर टेड़ी नजर है। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। जो जिस पद पर है, उसे उस पद पर खुद ही काम करना होगा।
मैला ढोने की प्रथा पर लगेगा पूर्ण विराम
राज्य मंत्री ने स्पष्ट लहजे में कह दिया कि प्रदेश में मैला ढोने की प्रथा अभी भी काफी हद तक चल रही है। सरकार इसके लिए भी प्रयासरत है। ग्राम पंचायत स्तर पर चल रही मैला ढोने की प्रथा पर रोक लगाने के लिए शीघ्र ही प्रभावी कदम उठाये जायेगे। इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट प्रभुनाथ, एसडीएम सदर राकेश पटेल, समाजवादी पार्टी के नगर अध्यक्ष महताब खां आदि मौजूद रहे।