पटना। बिहार की राजधानी पटना में नरेंद्र मोदी की रैली से पहले भले ही आठ बम धमाके हुए हों, लेकिन गांधी मैदान की भीड़ में कोई कमी नहीं दिखाई दी। वहीं नरेंद्र मोदी जब पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह के साथ मंच पर पहुंचे तो उनके चेहरे पर किसी तरह की दहशत नहीं दिखाई दी। मोदी ने इस रैली कोमहाअनुष्ठान बताया। मोदी ने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि वह वंशवाद छोड़ देती है तो वह राहुल गांधी को शहजादे कहना छोड़ देंगे।
आज की पटना रैली में उन्होंने अपनी कुछ बातें भोजपुरी में भी कहीं हैं। अपने भाषण में मोदी ने नीतिश कुमार का नाम लिए बिना उन्हें विश्वासघाती करार दिया और उनके साथ देश में कांग्रेस मुक्त शासन का आहवान किया। उन्होंने चंपारन और दांडी भारत की आजादी के दो पड़ाव बताया।
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उन्होंने नीतिश कुमार पर भी चुटकी ली और कहा कि अपने को लोहिया और जयप्रकाश का फॉलोवर बताने वालों ने ही उनकी पीठ में छुरा घोंपने का काम किया है। उन्होंने कहा कि लोग उनसे नीतिश के अलग होने के बारे में प्रश्न करते हैं, तो उनका जवाब होता है कि जो जेपी को छोड़ सकते हैं वह मोदी को क्यों नहीं छोड़ सकते हैं।
गांधी मैदान के मंच पर बिहार के नेताओं के साथ शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण जेटली भी मौजूद थे। मंच पर मोदी के आते ही ‘नमो की जय’ और ‘हमारा नेता कैसा हो नरेंद्र मोदी जैसा हो’ की गूंज भी सुनाई दी।
अरुण जेटली ने यहां पर रैली को संबोधित करते हुए कहा बिहार की सभी लोकसभा की सीटों को भाजपा की झोली में डालने का आहवान किया। गौरतलब है कि मोदी की रैली में अकेले गांधी मैदान में ही सात बम धमाके हुए। मोदी के मंच से करीब डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर भी एक धमाके की गूंज सुनी गई। बावजूद इसके मोदी ने रैली को संबोधित किया।