सुल्तानपुर|| सुल्तानपुर जिले में चुनाव में एक विधायक की बात ना मानने के बाद हुई एक लेखपाल की हत्या में नामजद सत्तापक्ष के विधायक सहित 9 लोगो की गिरफ़्तारी ना होने से मृतक के परिजनों का गुस्सा आज दूसरे दिन फिर फूट पड़ा | लाश को सड़क पर रखकर गुस्साए लोगो ने घंटो बवाल काटा | वही परिजनों को सांत्वना देने गाँव पहुंची कांग्रेस की यूपी अध्यक्षा रीता बहुगुणा जोशी ने भी मौके पर प्रशासन के ढुलमुल रवैये पर जमकर लताड़ा | श्रीमती जोशी ने परिजनों के साथ मिलकर लाश को सड़क पर रखकर घंटो जाम लगाकर मायावती को जमकर कोसा |
कल सुल्तानपुर में एक विधायक की बात ना मानकर अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने के कारण हुई एक लेखपाल की अपहरण के बाद हत्या मामले में सत्तापक्ष के विधायक सहित 9 लोगो के खिलाफ पुलिस की मूकदर्शिता से नाराज परिजनों नें लाश को सडक पर रखकर जमकर बवाल काटा | इस मौके पर उनके साथ कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी भी कदम से कदम मिला कर साथ खड़ी थी | गौरतलब है उक्त मामले में आरोपी सत्ताधारी विधायक इलाके में बाहूबली विधायक कहा जाता है | उनकी गिरफ्तारी न किये जाने से नाराज लोगो नें जब जमकर बवाल काटना शुरू किया तो प्रशासन ने तीन दिन का मौका मांग लिया |
इस मामले में मुख्य आरोपी इसौली क्षेत्र के बसपा के विधायक है जिस कारण प्रशासन कार्यवाही करने से पहले कई बार सोच रहा है यही कारण है की परिजनों का गुस्सा भी सातवें आसमान पर है | मौके पर पहुंची कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने इस बात का जोरदार विरोध किया की पुलिस इस मामले में सत्तापक्ष के साथ खड़ी है और कोई कार्यवाही नहीं कर रही है और साथ ही उन्होंने सूबे की मुखिया मायावती पर भी जमकर प्रहार किया |
इस पूरे मामले नें अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है इलाके के दबंग सत्ताधारी विधायक पर शिकंजा कसने आई कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी ने इस मामले में प्रशासन को तीन दिन की मोहलत देकर शव का अंतिम संस्कार करवा तो दिया लेकिन जाते-जाते घंटो चले इस मामले नें प्रशासन के होश उड़ा दिए | अब प्रशासन उक्त विधायक पर क्या कार्यवाही करेगा इस पर सबकी नज़रे टिकी है|
पूरे मामले पर क्या कहा रीता बहुगुणा जोशी ने–
“पिछले 15-20 सालो में यहाँ के विधायक और एक परिवार क्या कर रहा है वो किसी से छिपा नहीं है प्रशासन उनके कारनामो को जनता है जिस तरह एक न्याय पसंद लेखपाल को जिसके पास एक असलहा नहीं था अपने प्रटेक्शन के लिए निर्ममता से उसकी हत्या की गयी है इससे क्रूर मै समझती हो 15वी शताब्दी में भी ऐसी घटना घटित नहीं हुई होगी | हम इससे बहुत विचलित है व्यथित है….देर रात मेरे पास माननीय राहुल गाँधी जी के ऑफिस से फ़ोन आया था और उनके ही निर्देशन पर हमने इस मुद्दे को हाथ में लिया है और हम अब सुल्तानपुर में माफियावाद नहीं होने देंगे”
“हमारी मुख्यमंत्री जी अगर अपने महल के बाहर निकली होती अगर उनको लखनऊ के पार्को और प्रतिमाओ के आगे नज़र आया होता अगर वो हमारे आंध्र-प्रदेश के मुख्यमंत्री की तरह हेलीकाप्टर का इस्तेमाल सिर्फ रैली में जाने के नहीं या सर्वेक्षण करने के लिए की मेरी रैली में कितनी भीड़ है उसके बजाय किसी गाँव में उतारती रहती जनता से संवाद करती तो शायद आज बेहतर स्थिति होती जनता के साथ विश्वशाघात किया है इन्होने शुशासन-शांति और भ्रस्ताचार से मुक्ति का वचन दिया था और ये सबसे भ्रष्टतम और निकम्मी सरकार मणि जाएगी पूरे उत्तर-प्रदेश की”
पूरा घटना क्रम जेएनआई की नज़रो से