जमालापुर (जौनपुर)|| हाईटेक युग में भी अंधविश्वास बरगद के जड़ की तरह समाज में गड़ा हुआ है। जिससे लाख उबरने की कोशिश के बाद भी भूत-प्रेत को भगाने के नाम पर कहीं भी भीड़ जुटायी जा सकती है और उसमें सबसे ज्यादा तादात महिलाओं की ही होती है। कुछ ऐसा ही तंत्र-मंत्र का जाल क्षेत्र में बिछाया जा रहा है। जिसकी शिकायत कुछ बुद्धिजीवियों ने पुलिस से किया है।
रामपुर क्षेत्र के छांगापुर गांव में एक स्कूल के पीछे खाली मैदान में होने वाले अजीब आयोजन के बारे में कतिपय लोग चर्चा करते है कि यहां लोगों को प्रेत बाधा से मुक्त कराया जाता है। अब बात यह फंसती है जिसे किसी ने देखा नहीं उसे भगाने व पकड़ने की बात करना बेवकूफी मानी जाएगी।
झारखण्ड से आयी एक संस्था के लोगों द्वारा यह टेंट लगाकर पूजा-पाठ का माहौल बना दिया गया। देखते ही देखते कुछ दिनों में यहां सैकड़ों महिलाओं व युवतियों की भीड़ जुटने लगी। माहौल देख फुटपाथ पर चाय-पान के साथ खाने-पीने की दुकानें सज गयी और उनकी भी चांदी कटने लगी।
मंगलवार को हुई पूजा की विधि की चर्चा की जाए तो अपने आपको पीड़ित बताने वाली महिलाओं व युवतियों को भीड़ के बीचों-बीच खड़ा कर दिया गया। जहां हारमोनियम, ढोल व मंजीरा बजते ही दीपक के साथ अगरबत्तियों को जलाया जाता है। इसी के साथ महिलाएं झूमना शुरु कर देती है। इस पूजा में शामिल कुछ पीड़ितों ने बताया कि उन्हें यहां आने से फायदा हुआ है।
वही क्षेत्र के इन्द्रपाल सिंह, डा. चन्द्रेश सिंह, महेन्द्र सिंह, पंडित त्रिलोकीनाथ दूबे व डा. शिवपूजन सिंह के साथ अश्वनी सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि आधुनिक युग में भूत-प्रेत की बात करना बेवकूफी है। ऐसे आयोजनों के पीछे धन उगाही व धर्म परिवर्तन की बातें पहले से ही खुलती चली आयी है।