KAMALGANJ (FARRUKHABAD) : विकासखण्ड कमालगंज क्षेत्र के ग्राम रजीपुर के मजरा खजुरिया नगला में पीडब्लूडी द्वारा सड़क निर्माण कराये जाने के बाद पैमाइस कर रोड काटने पहुंचे अधिकारियों का ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। जिसके बाद अधिकारियों ने मात्र पटरी कटवाकर ही खेत मालिक को संतुष्ट करने की कोशिश की।
विदित हो कि ग्राम रजीपुर के मजरा खजुरिया नगला में पीडब्लूडी से सड़क मंजूर की गयी थी। जिस पर बाबूराम नाम के व्यक्ति ने खेत से गुजरी 250 मीटर सड़क पर हाईकोर्ट से स्टे ले रखा था। सड़क बनने के दौरान 250 मीटर सड़क पर काम रोक दिया गया था। उच्च न्यायालय ने जिलाधिकारी फर्रुखाबाद को तीन माह के अंदर बाबूराम के खेत की पैमाइस कराकर रिपोर्ट भेजने के आदेश दिये थे।
जनपद के अधिकारी तीन माह तक पैमाइस नहीं करा पाये और न ही रिपोर्ट हाईकोर्ट को भेजी गयी। तीन माह का समय बीत गया तो ग्रामीणों ने पल्स पोलियो का बहिस्कार किया। तीन दिन तक पल्स पोलियो दवा नहीं पिलायी गयी। एमओआईसी स्वास्थ्यकेन्द्र ने भी अधिकारियों को अवगत कराया। जिसके बाद नायब तहसीलदार व लेखपाल कमलेश अवस्थी, पीडब्लूडी जेई ए के सिन्हां मौके पर पहुंचे और खेत की पैमाइस करके निशान लगा दिये और पोलियो ड्राप पिलवा दिया गया। 250 मीटर सड़क भी पीडब्लूडी विभाग द्वारा डामर रोड बनवा दी गयी।
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डामर कम्पलीट होने के बाद शनिवार को तहसीलदार राजेन्द्र चौधरी, एसडीएम सदर राकेश पटेल गांव में पहुंचे और रोड व खेत की दोबारा पैमाइस करायी। जिसके बाद पाया गया कि तीन मीटर 75 सेन्टीमीटर सड़क बनायी गयी है। जिस पर एसडीएम व तहसीलदार ने कहा कि तीन मीटर की सड़क रखी जाये। बाकी 75 सेमी डामर रोड कटवा दिया जाये। जिस पर वहां मौजूद जेई ने भी काफी विरोध किया कि जैसे तैसे सड़क बनपायी है और अब यह कटवाना ठीक नहीं है।
जब सड़क कटवाने की बात ग्रामीणों को पता चली तो उन्होंने अधिकारियों को विरोध करना शुरू कर दिया। विरोध होते देख एसडीएम सदर ने डामर छोड़कर बची हुई खेत में पटरी कटवा दी। जो भी हो हाईकोर्ट को समय से रिपोर्ट न भेज पाने से मामले में राजस्व विभाग के कर्मचारी फंस रहे हैं। जिस बजह से अधिकारी भी चाह रहे हैं कि सड़क विवाद में किसी तरह फैसला हो जाये तो ज्यादा अच्छा होगा। जिससे फैसले के भी कयास लगाये जा रहे हैं।