लखनऊ|| महंगाई के बीच अभिभावकों की कमर तोड़ रही महंगी शिक्षा के खिलाफ अब समाजवादी पार्टी ने बिगुल फूंक दिया है। उत्तर प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मायावती सरकार पर शिक्षा का व्यावसायीकरण कर इसे महंगी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि महंगी शिक्षा के खिलाफ पार्टी 26 अक्टूबर से प्रदेशभर में अभियान चलाएगी।
यादव ने रविवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार की नीति शिक्षा का व्यावसायीकरण करके गरीब छात्रों को उच्च शिक्षा के वंचित रखने की है। इस षडयंत्र में केंद्र सरकार भी उसके साथ शामिल है। उन्होंने कहा कि विश्व विद्यालयों में उच्च शिक्षा के विभिन्न पाठ्यक्रमों की फीस 100 फीसदी बढ़ गई है। निजी विश्वविद्यालय मनमाने ढंग से फीस वसूल रहे हैं। सरकार का उन पर कोई नियंत्रण नहीं है। ऐसे में गरीब और पिछड़े तबके के छात्र भला कैसे उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ पाएंगे।
यादव ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सरकार ने अनगिनत निजी संस्थाओं से धन वसूली करके मानकों की अनदेखी कर उन्हें उच्च शिक्षण संस्थान खोलने की मान्यता दी है, जिससे पूरा प्रदेश शिक्षा की मंडी में तब्दील हो गया है। निजी संस्थाएं छात्रों से मनमानी वसूली कर रही हैं।
यादव ने कहा कि महंगी शिक्षा के खिलाफ समाजवादी छात्र सभा की अगुवई में लोहिया वाहिनी, समाजवादी युवजन सभा और यूथ ब्रिगेड 26 अक्टूबर से 1 नवंबर तक प्रदेश भर में सघन अभियान चलाएगी।