FARRUKHABAD : शहर स्थित महाकाल मंदिर परिसर में नवरात्रि के छटवें दिन मां कात्यायनी की भक्तों द्वारा पूजा अर्चना की गयी इस अबसर पर भक्तों द्वारा पूरी रात्रि माता का जगराता भी किया गया बाद में भक्तों एवं श्रद्घालुओं को प्रसाद का भी वितरण किया गया।
महाकाल मंदिर में बुधबार की रात्रि नवरात्रि पर्व के चलते छटवें दिन मां कात्यायनी की पूजा अर्चना की गयी। इस अबसर पर मां कात्यायनी के सम्वन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुये महाकाल मंदिर के बड़े गुरू कृष्ण बहादुर अस्थाना एवं छोटे गुरू रमेश सिंह कुशवाहा नें बताया कि मां कात्यायनी शरीर निर्माण क्रियाशील, उत्साह एवं परोपकार की भावना बाला हो जाता है मां कात्यायनी कात्यायन रिषी के नाम से शेर पर सवार चर्तुभुत रूप दो हांथों से आर्शीबाद देते हुये तथा।
पुष्प पकड़े हुये मनमोहन स्वरूप की झांकी से भक्त आनन्दित हो उठे। यही नहीं माता की पूजा अर्चना के अवसर पर भक्तगणों नें मालाओं एवं फूलों के साथ साथ उनका पूरा श्रंगार भी किया। बहींं महिला भक्तों में अनीता दीक्षित द्वारा साड़ी एवं चुनरी पहनाई गयी। माता का विशेष भोग सुरेन्द्र सिंह, अखिलेश, गुजन, प्रमिला, ज्योती, अंजली आदि नें लगाया। कार्यक्रम के चलते माता को मंत्रों से मुनि अलौकिक द्वारा पाठ किया गया। माता के नवरात्रि में भजन एवं कीर्तन भी किये गये।
पूरी रात महिला पुरूष एवं युवा युवती भक्तगण माता का जगराता करते रहे यही नहीं जगराते के बीच भक्त इतने मंत्रमुग्ध हो गये कि अपने पैरों को थिरकने से नहींं रोक पाये। बाद में सभी भक्तगणों को प्रसाद वितरण किया गया। बहीं बड़े गुरू द्वारा बताया गया कि महाकाल मंदिर में 9 फिट की दुर्गा प्रतिमा विर्सजन यात्रा आगामी 13 अक्टूवर को प्रात: 9 बजे से साहवगंज, चौक, घुमना, लालगेट, कादरीगेट होते हुये गंगा तट पर जायेगी। जगराते के अवसर पर विमला, निर्मला, जगदेबी, ज्ञानदेबी, रेनू, सरोज, मुन्नी देबी, कैलाश, अबधेश, रामनाथ, लल्ला, राजेश, दाताराम, प्रेमचन्द्र, उमेश, बालकृष्ण सहित तमाम भक्तगण मौजूद रहे।