FARRUKHABAD : पूजा पाठ करने के साथ-साथ ही दौड़ा मिर्गी का उपचार भी मृतक साधु श्रीराम चैतन्य करता था। साथ ही साथ उसने क्षेत्र में कई अनुयायी भी बना लिये थे।
घटना होने के बाद सबसे पहले प्रातः तकरीबन सात बजे भूड़ नगरिया निवासी 17 वर्षीय अनूप पुत्र बेचे सिंह अपनी मां उमा देवी के साथ आश्रम में बाबा से मिलने आया था। इसकी मुख्य बजह एक थी कि मां बेटे साधु के अनुयायी हो गये। अनूप की मां उमा देवी ने बताया कि उसके पुत्र को मिर्गी के दौड़े पड़ा करते थे। बाबा श्री राम चैतन्य ने उसका इलाज किया। तब से लेकर उसका पुत्र ठीक हो गया और वह बाबा के अनुयायी हो गये थे। अक्सर प्रातः उनके लिए फल इत्यादि शीतला माता आश्रम में लाते थे। पुलिस ने मां बेटों से भी पूछताछ की है।
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किसान यूनियन से भी ताल्लुक रखता था साधु श्री राम चैतन्य
घटना स्थल पर तलाशी के दौरान पुलिस को साधु श्री राम चैतन्य की चेली कमला देवी के पुत्र अबधेश सिंह उर्फ बबलू का ड्राइविंग लाइसेंस तो मिला ही साथ ही साथ पुलिस को मृतक साधु एक किसान यूनियन का परिचय पत्र भी मिला। जिससे यह बात सावित होती है कि साधु भारतीय किसान एसोशिएशन जे एस चौहान से ताल्लुक रखता था। परिचय पत्र पर जिलाध्यक्ष सुनील कुमार दुबे के हस्ताक्षर भी मिले। पुलिस ने परिचय पत्र व अन्य सामान अपने कब्जे में ले लिया।